पटना बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जयप्रभा मेदांता अस्पताल में 25 प्रतिशत बेड गरीबों के लिए आरक्षित किये गये हैं। राष्ट्रीय स्तर पर जो निर्धारित शुल्क हैं, उसी शुल्क पर यहां उनका इलाज किया जायेगा। सरकारी कर्मचारियों का भी यहां इलाज कम रेट पर होगा।
मुख्यमंत्री शनिवार को जयप्रभा मेदांता अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने डॉ. नरेश त्रेहान से कहा है कि जल्द-से-जल्द कैंसर का इलाज भी यहां शुरू करा दीजिए। क्योंकि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की इच्छा थी कि यहां कैंसर का अस्पताल होना चाहिए। बाकी सब बीमारियों का इलाज यहां शुरू हो गया है। इस अस्पताल का हमने मुआयना किया है। यह काफी अच्छा है। निजी अस्पताल के रूप में मेदांता अस्पताल का देश में काफी नाम है। देश के कई जगहों पर मेदांता अस्पताल खोला गया है।
सीएम नीतीश ने कहा कि पटना में भी मेदांता अस्पताल की शुरुआत हुई है, यह काफी खुशी की बात है। बिहारवासियों को अब इस अस्पताल में इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी। इसके लिए काफी पहले से प्रयास जारी था। जयप्रभा अस्पताल खोलने की शुरुआत वर्ष 1979 में की गई थी। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की इच्छा थी कि पटना में कैंसर का अस्पताल बनना चाहिए। वर्ष 2005 में जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो हमलोगों ने इसका लेकर काफी विचार-विमर्श किया। अस्पताल चलाने वाले कई लोगों से वार्ता की गई लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि हमलोगों को खुशी है कि मेदांता के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ नरेश त्रेहान पटना में अस्पताल चलाने को तैयार हुए। वर्ष 2016 में जयप्रभा मेदांता अस्पताल का शिलान्यास किया गया था। मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, मेयर सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह आदि उपस्थित थे।