रीवा: पूरे प्रदेश में एक नवम्बर से 15 नवम्बर तक राजस्व अभिलेखों में शुद्धीकरण का पखवाड़ा चलाया गया। इसमें रीवा जिले में अभिलेखों में शाब्दिक सर्वेक्षण क्रमांक सुधार में रीवा जिले को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। रीवा जिले में राजस्व अभिलेखों में कुल दो लाख 10 हजार 90 अभिलेखों में सुधार कराया गया जो निर्धारित लक्ष्य का 99.86 प्रतिशत है। कृषि के अलावा अन्य भूमियों के खसरे में डायवर्सन एन्ट्री में भी रीवा जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। शुद्धीकरण पखवाड़े में कुल 17 हजार 751 डायवर्सन डाटा की एन्ट्री की गई जो लक्ष्य का 92 प्रतिशत है।
इस संबंध में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि अभिलेख शुद्धीकरण पखवाड़े में सभी एसडीएम, तहसीलदारों तथा पटवारियों ने लगातार कार्य करके लंबित प्रकरणों का निराकरण किया। रीवा जिले में अभिलेख सुधार के प्रकरणों का बड़ी संख्या में निराकरण किया गया। शुद्धीकरण पखवाड़े में कुल पांच लाख 49 हजार 440 अभिलेखों में डाटा परिमार्जन का कार्य किया गया। फौती नामांतरण के 6 हजार 993 प्रकरण दर्ज कर निराकृत किए गए। राजस्व अभिलेख में सक्रिय मूल एवं बटांक खसरे में 20 हजार 33 में सुधार किया गया। रिक्त भू स्वामी सुधार के अभिलेखों में 6 हजार 638 प्रकरणों का निराकरण किया गया। शून्य क्षेत्रफल सुधार के 12 हजार 734 प्रकरणों में सुधार कर अभिलेख जारी किए गए। इसी तरह भूमि स्वामी प्रकार सुधार के 25 हजार 387 अभिलेखों में सुधार किया गया। भूमि प्रकार सुधार के 710 प्रकरण निराकृत कर जिले को प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त हुआ। सभी अभिलेखों के सुधार में समग्र रूप से रीवा जिले को प्रदेश में पांचवी रैंकिंग प्राप्त हुई है। जिले में राजस्व अभिलेखों में सुधार का कार्य लगातार जारी है। अभिलेख सुधार के लिए दर्ज सभी प्रकरणों का निर्धारित समय-सीमा में निराकरण करके राजस्व अभिलेखों में सुधार किया जाएगा।