डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव की सलाह
रीवा एमपी: रीवा जिले में पिछले तीन महीनों में डेंगू के कई प्रकरण मिले हैं। जिन स्थानों में डेंगू पीडि़त व्यक्ति पाए गए हैं वहाँ लार्वा सर्वे तथा लार्वा नष्ट करने, फीवर सर्वे एवं मच्छरों को नष्ट करने जैसी गतिविधियां की जा रही हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मिश्रा ने डेंगू तथा चिकनगुनिया से बचाव की अपील करते हुए कहा कि डेंगू तथा चिकनगुनिया का प्रमुख कारण मच्छर हैं। डेंगू तथा चिकनगुनिया का प्रकोप एडीज मच्छरों के काटने से होता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। इससे बचाव के लिए गमलों, अनुपयोगी बर्तनों, पानी की टंकी आदि का पानी बदलते रहें। इनमें लंबे समय तक पानी जमा न रहने दें। जहां पानी खाली करना संभव न हो वहां खाद्य तेल की कुछ बूंदे डाल दें इससे पानी में तेल की पतली परत बन जाती है तथा मच्छरों को पनपने का अवसर नहीं मिलता है। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे बाहं के कपड़े पहनें तथा सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। किसी भी तरह का तेज बुखार आने, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होने, सर दर्द होने एवं शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना डेंगू के लक्षण हैं। इस तरह का लक्षण दिखाई देने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क कर उचित उपचार करायें। समय पर उपचार कराने से डेंगू एवं चिकनगुनिया से पूरी तरह बचाव होता है।