विचार

मायूसी मुमकिन को भी नामुमकिन बना देती है.

*मायूसी मुमकिन को भी नामुमकिन बना देती है.. इंसान का विकास शिक्षा और बुद्धिमता से ज्यादा उसकी कल्पना शक्ति पर निर्भर करता है.. इसलिए जीवन में कभी मायूस ना हो.. क्योंकि मेरा मानना है..?*

*मानव जब ज़मीन पर आता है तो बता क्या उसके पास होता है..?*
*आज तेरा वक्त अगर गर्दिश में है तो बंदे क्यों उदास होता है..?*

*हर पल कुछ बेहतर कर एक दिन तू ज़रूर बेहतरीन ही पाएगा..!*
*जीवन के हर पल को निखार हर पल बड़ा ही ख़ास होता है..!*

*गुनाह कोई अंधेरे में करें या फिर लोगों की नज़र बचाकर करें..!*
*एक बात का ख्याल रख रब के पास सबका हिसाब होता है..!*

*आस विश्वास की बुनियाद पर ही कामयाबी की इमारत बनती है..!*
*उन्हें ही मुकम्मल मंज़िल मिली जिन्हें ख़ुद पर विश्वास होता है..!

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*मैं सबसे बेहतर दुनिया कमतर जो ये गुमान पाल बैठे हैं..!*
*ऐसे लोग काट रहे हैं उसी डाल को जो जिस डाल बैठे हैं..!*

*झूठा गरूर ओढ़कर बैठे रहे उनका अंज़ाम बुरा ही हुआ है..!*
*रावण दुर्योधन से सबक लें ये शास्त्रों में कैसे बेहाल बैठे हैं..!*

*वक्त से महान् कोई नहीं इसने तो राजा को रंक बनाया है..!*
*दौलत शोहरत के स्वामी रहे ऐसे कई आज फटेहाल बैठे हैं..!*

*मानव जन्म लिया तो तनिक मानव लगना भी लाजमी है..!*
*पर आज मानवीयता वाले गुणों से हर कोई तंगहाल बैठे हैं..!*

अपली विश्वासू
सुधा भदौरिया
लेखिका विशाल समाचार
ग्वालियर मध्यप्रदेश

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