सीतामढ़ी

जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का जयंती समारोह

विकेश कुमार पूर्वे प्रतिनिधी सीतामढी

सीतामढी बिहार: जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास सीतामढ़ी के सभागार में, जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का 98 वां जयंती समारोह सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता बिनोद बिहारी मंडल, छात्रावास अधीक्षक ने किया।संचालन राकेश चन्द्रवंशी ने किया। समारोह को दीप प्रज्वलित कर जननायक के चित्रों पर माल्यार्पण कर उद्घाटन करते हुए ,ई अजय कुमार आजाद, कार्यपालक अभियंता, पीडब्ल्यूडी सीतामढ़ी ने कहा कि ,जो देश एवं समाज अपने पूर्वजों एवं महापुरुषों के इतिहास एवं बलिदान को भूल जाता है,वह गुलाम हो जाता है। कर्पूरी एक विचारधारा का नाम है। जिसमें, सादगी,त्याग, करूणा,दया, न्याय, क्रांति,सद्भभाव,का मिश्रण है। उन्होंने कहा कि, कर्पुरी के नाम पर राजनीति करने वाले क्षत्रपों की मन की कमी के कारण ही ,राष्ट्रीय स्तर पर अतिपिछड़ा वर्ग की राष्ट्रीय पहचान, रोहिणी आयोग के रिपोर्ट प्रकाशित नहीं होना, और देश की बहुसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग उपेक्षित एवं अधिकार वंचित हैं। कर्पूरी फार्मूला राष्ट्रीय स्तर पर लागू होना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुख्य अतिथि प्रो डा रामनरेश पंडित, प्राचार्य, गोयनका कालेज, सीतामढ़ी ने कहा कि, जननायक एक स्वतंत्रता सेनानी, युगद्रष्टा, सत्यनिष्ठ,कुशल राजनेता,एवं जननायक थे। जिन्होंने समाज के अधिकार वंचित सभी जातियों को संवैधानिक संरंक्षण देकर अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने महापुरुषों के धर्मनिरपेक्षता, सद्भावना और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के लिए सभी छात्रों एवं लोगों को एकजुट होने का आव्हान किया।
विशिष्ट अतिथि प्रो ललन राय,एवं डा संजय कुमार ने जननायक के अधुरे काम को पुरा करने के लिए , महापुरुषों के बताये रास्ते पर एकजुट होकर आगे बढकर जनांदोलन करने पर बल दिया।

सहदेव राम, जिला अध्यक्ष, बसपा ने कहा कि मुख्य लङाई अधिकार संचित वर्गों से अधिकार को अधिकार वंचित वर्ग के बीच न्याय प्राप्त करने की है।
पूर्व फौजी अनिल कुमार ने जननायक की बातों जीना है तो मरना सीखो,कदम कदम पर लड़ना सीखो को आदर्श पर चलने की अपील की।
फेकन मंडल , सामाजिक चिन्तक ने कहा कि,एक साज़िश के तहत् जननायक के तथाकथित मानस पूत्रों ने कर्पृरी के मूल अतिपिछड़ा को हासिये पर ला दिया है।
कर्पूरी का अतिपिछड़ा नीतीश के अतिपिछड़ा के सामने अधिकार वंचित हो गये है। उन्होंने जननायक के अतिपिछड़ा वर्ग को संरक्षण देने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर पहचान कर संवैधानिक संरंक्षण देने के बाद ही जननायक के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
बिनोद बिहारी मंडल, छात्रावास अधीक्षक ने कहा कि मंडल आयोग के रिपोर्ट के अनुसार संपुर्ण पिछड़ा की आबादी 52% है, जिसमें 3347 जातियां हैं। उसमें मात्र 2633 ओबीसी, इबीसी जातियों को ही राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता है।एक रिपोर्ट के अनुसार ,मंडल के 30 वर्ष बीतने के बाद ओबीसी की इन जातियों में 1678 ऐसी पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग की जातियां है,जिसको राष्ट्रीय स्तर पर कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला।96 ऐसी जाति है जो मंडल का 75-90% हिस्सा खा रहा है।देश में बहुसंख्यक 42% अतिपिछड़ा वर्ग आज भी उपेक्षित है।ऐसी परिस्थितियों में जननायक का कर्पुरी फार्मूला प्रासंगिक है।

समारोह में प्रसिद्ध चिकित्सक डा राजेश कुमार जी द्वारा छात्रावास में आवासीत जरुरतमंद छात्रों के बीच कंबल वितरण किया गया। समारोह को शिवचन्द्र पंडित, पुनीत बैठा,दशरथ ठाकुर, सीताराम ठाकुर,, मदन राम, कमरूद्दीन नदाफ, ग्यासुद्दीन अंसारी,संजय पासवान,फेकन मंडल, गुलशन कुमार,रवि मंडल, राहुल मंडल,संजय कुमार, रविशंकर कुमार,संदीप कुमार, जगदीश ठाकुर,हरिनाथ मंडल,धनरंजय सहनी,दिलीप कुमार, शम्भु पंडित,सुधीर चौरसिया, सत्यजीत गुप्ता,रामजुलूम मुखिया,संजीत राऊत, निक्कू मंडल, अरविंद कुमार,सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

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