एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा
ब्रिलियंटाइन की घोषणा तथा १४ को मनाएंगे ब्रिलियंटाइन डे
Pune: १४ फरवरी को पूरी दुनिया में वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. भारत में भी इसका व्यापक रूप से मनाया जाता है. इसी तरह देश में ब्रिलियंट डे मनाया जाना चाहिए. केवल शारीरिक बनावट और दिखावट ही नहीं, बुद्धि और अपने अस्तित्व को भी महत्व देना चाहिए. इसके लिए एमआईटील वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी इस साल १४ फरवरी को ब्रिलियंटाइन डे के रूप में मनायेगा और एक शानदार प्रतियोगिता आयोजित करेंगे. यह जानकारी एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के सलाहकार एवं मार्गदर्शक डॉ.संजय उपाध्ये ने संवाददाता सम्मेलन में दी.
डॉ. संजय उपाध्ये ने कहा कि विश्वविद्यालय ने भारतीय संस्कृति, परंपरा, पौराणिक कथाओं, आध्यात्मिकता, धर्म , योग, इतिहास और अन्य क्षेत्रों में एक नई प्रतियोगिता का आयोजन किया है. यह युवाओं को सशक्त बनाने के लिए एक अभिनव पहल है. विज्ञान, राजनीति, खेल, सिनेमा आदि समसामयिक विषयों सहित विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन निबंध, प्रश्नोत्तर, वकृत्व प्रतियोगिताएं होंगी. इस पूरे कार्यक्रम का संचालन एमआईटी डब्ल्यूपीयू के पीस स्टडीज विभाग के माध्यम से किया जाएगा.
प्रतियोगिता के पहले विजेता को एमआईटील डब्ल्यूपीयू पीस किंग और एमआईटी डब्ल्यूपीयू पीस क्वीन का ताज पहनाया जाएगा. इसके साथ गोल्ड मेडल और सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. कुल आयोजन से, चार विजेता होंगे, जिनमें दो लडके और दो लडकियों को रजत पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा. ये छह विजेता एमआईटी डब्ल्यूपीयू की विश्व शांति पहल का नेतृत्व करेंगे. साथ ही एमआईटी अन्य कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इसे बढ़ावा देने के लिए एमआईटी का प्रतिनिधित्व करेगा.
१४ फरवरी की शाम ५.३० बजे ब्रिलियंट डे कार्यक्रम एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संत श्री ज्ञानेश्वर सभामंडप, कोथरुड, में आयोजित किया जाएगा. इसमें अतिथियों द्वारा विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए जाएंगे. समारोह में पूर्व आइएएस अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी मुख्य अतिथि के रुप में होंगे.
आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.डॉ. आर.एम.चिटणीस, दूरदर्शन के पूर्व निदेशक मुकेश शर्मा, पीस स्टडीज के एसोसिएट डीन डॉ. मिलिंद पात्रे, प्रो. आशीष पाटिल, स्कूल ऑफ योगा की प्रो. मृण्मयी गोडबोले और छात्र प्रतिनिधि प्रणय करकाले और वैष्णवी बावथंकर उपस्थित थी.