इटावा सदर विधानसभा क्षेत्र में रामलीला मैदान में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख पर जमकर तंज कसे। कोरोना महामारी में इटावा के लोगों के लिए इलाज की व्यवस्था कराने समेत गुंडागर्दी समाप्त करने का दावा किया।
(शिवराज सिंह राजपूत प्रतिनिधि)
टावा (विशाल समाचार): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इटावा में जनसभा में तंज कसते हुए कहा कि अब चाचा-भतीजे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। सैफई खानदान का एक ही नारा है,( सबका साथ और सैफई का विकास)। उन्होंने अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। कहा, सोचिए आज क्या स्थिति है, जिस मुलायम सिंह यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव बराबर खड़े रहते थे, आज उस पार्टी में शिवपाल की दुर्गति कर दी गई है।
इटावा के रामलीला मैदान में आयोजित जनसभा में मंगलवार दोपहर में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इटावा सदर, भरथना और जसवंतनगर सैफई सीट से भाजपा प्रत्याशियों के लिए जीत की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना महामारी में इटावा आया था तब यहां के लोगों की इलाज की व्यवस्था की थी। आप लोग बताइए भाजपा की सरकार ने यहां पर कितना काम किया है। जो लोग अपने आप को इटावा जसवंतनगर सैफई की बपौती बताते हैं, वह देखने भी नहीं आए। पांच साल पहले इटावा में क्या होता था, बेटियां सुरक्षित नहीं थी, व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। यहां गुंडा टैक्स वसूली होती थी, केवल एक खानदान की बपौती बनकर इटावा रह गया था। जिसकी जमीन पर निगाह पड़ जाती थी उसपर कब्जा हो जाता था। प्रदेश सरकार में हमने बेटियों की रक्षा की, एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया। गुंडा टैक्स वसूली पर रोक लगाई और एंटी भू माफिया स्क्वायड का गठन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार में एक करोड़ युवाओं को टेबलेट मोबाइल दिए गए हैं। दस मार्च के बाद अगली सरकार में भी हम 2 करोड़ युवाओं को टेबलेट देंगे। सपा सरकार ने वृद्धजनों विधवाओं दिव्यांगों की पेंशन बंद कर दी थी लेकिन हम एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे हैं और उनके खाते में धन जा रहा है। कहा, एक तरफ भाजपा की सरकार डबल इंजन की सरकार है, जिससे किसानों युवाओं के चेहरे पर खुशहाली आई है। दूसरी तरफ परिवारवादी वंशवादी सैफई परिवार है, जिसमें गुंडागर्दी अराजकता अव्यवस्था फैलाई। हमने यूपी की पहचान विकास सुरक्षा के रूप में बनाई है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले दो चरणों में हम प्रचंड बहुमत से जीत रहे हैं, अगर इटावा कि तीनों सीटें भाजपा को मिल जाएंगी तो मान लीजिए प्रदेश में 325 सीटें भाजपा जीत कर आ रही है। अब आप सबको एक मजबूत सरकार बनानी है।