आलोक कुमार तिवारी प्रतिनिधि रीवा
रीवा एमपी:रीवा जिले में रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए जिले भर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस क्रम में 4 मार्च को शासकीय संजय गांधी हास्पिटल रीवा में प्रात: 10 बजे से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया जा रहा है। कलेक्टर मनोज पुष्प तथा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने मॉडल सांइस कालेज में विद्यार्थियों तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से संवाद कर उन्हें स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित किया।
कलेक्टर श्री पुष्प ने कहा कि रक्तदान महादान है। स्वस्थ व्यक्ति द्वारा दिए गए रक्त की पूर्ति 24 से 48 घंटे में हो जाती है। रक्तदान से हमें किसी के प्राण बचाने का आत्मिक सुख मिलता है। साथ ही नियमित रूप से रक्तदान करने वाले व्यक्तियों के रक्त की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है। शरीर में पुराने रक्त के स्थान पर नया रक्त प्रवाहित होने लगता है। इसलिए रक्तदान से दोहरा लाभ है। यह किसी के प्राण बचाने के साथ रक्त को भी अच्छा रखता है। रक्तदान के लिए रीवा जिले में सकारात्मक वातावरण का निर्माण हो रहा है। सामाजिक संगठन भी रक्तदान शिविर में लगातार सराहनीय योगदान दे रहे हैं। जिले के ब्लड बैंकों में पर्याप्त रक्त संचित रहा तो दुर्घटना तथा अन्य आपदाओं के शिकार व्यक्तियों के प्राण बचाए जा सकते हैं। कलेक्टर ने विद्यार्थियों तथा सामाजिक संगठनों से अंकुर अभियान के तहत वृक्षारोपण करके फोटो वायुदूत अंकुर एप में अपलोड करने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हर व्यक्ति की अन्य जिम्मेदारियों के साथ समाज के प्रति भी जिम्मेदारी होती है। हम सब जिस समाज का भाग हैं उसे हमें सहयोग करना चाहिए। रक्तदान सर्वश्रेष्ठ सामाजिक कार्य है। रक्तदाता द्वारा दिया गया खून किसी अनजाने व्यक्ति के प्राण बचाने के काम आता है। इससे बड़ा आत्मिक सुख दूसरा नहीं हो सकता है। युवा पीढ़ी नियमित रूप से रक्तदान करने का संकल्प ले। विद्यार्थियों से संवाद करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने में भी विद्यार्थी सहयोग कर सकते हैं। आम नागरिकों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए रीवा जिले में पुलिस हेल्पलाइन मोबाइल नम्बर 9479997171 जारी किया गया है। इस नम्बर पर शहर और जिले के अपराधों तथा असामाजिक गतिविधियों की दृष्टि से हॉटस्पॉट स्थलों की सूचना दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम तथा मोबाइल नम्बर पूरी तरह से गुप्त रखा जाएगा। युवा पीढ़ी अपराधों को रोकने में भी सराहनीय योगदान दे सकती है। कार्यक्रम का समापन प्राचार्य श्री श्रीवास्तव द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ.