महाराष्ट्र में 1 अप्रैल से कोरोना के सारे प्रतिबंधों से मुक्ति, मास्क की पाबंदी हटाने पर यह बोले स्वास्थ्य मंत्री
प्रतिबंध हटाने की घोषणा होते ही राज्य में आपदा प्रबंधन से जुड़े कानून हटा दिए जाएंगे. ऐसे में मास्क ना पहनने पर जो जुर्माना वसूल किया जा रहा था, वो नियम भी रद्द किया जा सकता है. लेकिन लोगों से मास्क इस्तेमाल करने के लिए अपील जरूर की जाती रहेगी
महाराष्ट्र (Maharashtra) की जनता को 1 अप्रैल से एक बड़ी राहत मिलने वाली है. कोरोना (Corona) संक्रमण को काफी हद तक काबू में लाया जा चुका है. इसलिए अब 1 अप्रैल से कोरोना से जुड़े सारे प्रतिबंध हटाए जाने (Relaxations on restrictions) का विचार है. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद आपदा प्रबंधन से जुड़े नियम लागू किए गए थे. लेकिन अब जब कोरोना संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है तो कोरोना प्रतिबंधों की अब कोई जरूरत नहीं है. वैसे तो काफी हद तक प्रतिबंध हटाए जा चुके हैं. स्कूल, थिएटर्स, मॉल्स, रेस्टोरेंट्स, पार्क, ऑफिसेस खुल चुके हैं और रोजमर्रे का व्यवहार लगभग कोरोना काल से पहले की तरह ही पटरी पर आना शुरू हो गया है. लेकिन अब भी कई प्रतिबंध कायम हैं. अब इनको भी हटा दिया जाएगा और राज्य में सारे काम पूरी तरह कोरोना काल से पहले की तरह किए जाएंगे.
ऐसे में मास्क लगाने के नियम और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सरकार क्या फैसला लेती है, इसको लेकर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने एक अहम बात कही है. राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कहा है, ‘अन्य देशों में चौथी लहर आने की वजह से मास्क हटाने की बात फिलहाल हम अभी नहीं कर सकते. इसलिए कोरोना टास्क फोर्स की बैठक के बाद प्रतिबंध हटाने से जुड़े फैसले किए जाएंगे, लेकिन फिलहाल मास्क मुक्ति का विचार नहीं है. मास्क लगाना जनता के हित में ही है.’ राजेश टोपे के आज दिए गए इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि फिलहाल सरकार मास्क के नियमों को कायम रखने के पक्ष में है. देश और राज्य में भले ही कोरोना पर काबू पा लिया गया हो, लेकिन दुनिया में चीन, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और यूरोपीय देशों में कोरोना की चौथी लहर आ चुकी है।