केईएम हॉस्पिटल पुणे में विल्सन डिसीज के मरीजों के लिए वार्षिक कार्यक्रम संपन्न
पुणे : विल्सन डिसीज के मरीजों को नियमित देखभाल और समय पर निदान व उपचार और दवाइयों में निरंतरता यह इन बच्चों के अच्छे भविष्य की कुंजी है, ऐसा मत विविध विशषज्ञोंने व्यक्त किया.केईएम हॉस्पिटल पुणे की ओर से हालही में विल्सन डिसीज से ग्रस्त मरीज और उनके पालकों के लिए वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी के व्यवस्थापन के बारें में जागरूकता निर्माण करना और नियमित देखभाल का महत्व आत्मसात करना यह इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था.100 मरीज और उनके पालक इस उपक्रम में सहभागी हुए थे.
केईएम हॉस्पिटल पुणे के पेडियाट्रिक्स विभाग के संचालक व कन्सल्टंट पेडियाट्रिक गॅस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ.आशिष बावडेकर, पेडियाट्रिक ट्रान्सप्लांट फिजिशियन डॉ.स्नेहवर्धन पांडे, पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ.ज्योती सिंघल, पेडियाट्रिक जेनेटिसिस्ट – डॉ.चैतन्य दातार और आहार विशेषज्ञ स्मिता कोकितकर इन्होंने मरीज और उनके पालकों के साथ बातचीत की. इसमें विशेषज्ञों ने विल्सन डिसीज के बारे में मूलभूत जानकारी, मूत्रविकार, लिवर की समस्याएं, लिवर ट्रांसप्लांट,अनुवंशिकता, आहार, समुपदेशन जैसे विभिन्न विषयों पर बात की.
प्रारंभिक अवस्था में निदान किए गए बच्चों के माता-पिता के मन में बच्चों के विकास, जीवन की गुणवत्ता, उपचार की लागत, दवाओं आदि के बारे में कई प्रश्न और चिंताएँ होती हैं. बहुत से लोगों को यह स्वीकार करना कठिन लगता है कि उनके बच्चे को कोई दुर्लभ बीमारी है. इसलिए माता-पिता को विल्सन डिसीज के व्यवस्थापन के बारे में समुपदेशन और जानकारी देने की आवश्यकता है ताकि उनका बच्चा सामान्य जीवन जी सके.
कार्यक्रम का समन्वयन डॉ.बावडेकर इन्होंने किया और केईएम हॉस्पिटल पुणे के वैद्यकीय सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र होगे इन्होंने आभार व्यक्त किया.