बसामन मामा गौवंश वन्य विहार देश में आदर्श वन्य विहार के तौर पर जाना जायेगा – पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल
बसामन मामा गौवंश विहार को आत्मनिर्भर बनाया जायेगा – विधायक श्री के.पी. त्रिपाठी
गौवंश से बने उत्पादों के विक्रय केन्द्र का हुआ शुभारंभ
रीवा एमपी: करहिया उपज मंडी प्रांगण में बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में संरक्षित गौवंश के गोबर एवं मूत्र से निर्मित उत्पादों, कृतिकल्पा जैविक उत्पाद विक्रय केन्द्र का आज शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि बसामन मामा गौवंश विहार को देश का आदर्श वन्य विहार बनाया जा रहा है। यहां के गौवंश के गोबर एवं मूत्र से निर्मित उत्पादों का विक्रय कर इसे आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में उत्पाद विक्रय केन्द्र का शुभारंभ किया गया है। मंडी में आने वाले किसान जैविक खाद के साथ अन्य उत्पादों का भी क्रय कर सकेंगे। इसके साथ ही इन उत्पादों को बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेगी ताकि उत्पादों के निर्माण में लगे एफपीओ को आय हो तथा गौवंश वन्य विहार की भी आय दिनों-दिन बढ़े।
श्री शुक्ल ने कहा कि आगामी दो माह में गौवंश वन्य विहार के शेष सात शेड पूर्ण कराकर गेस्ट हाउस का निर्माण कराते हुए पूरे परिसर को हरीतिमायुक्त बनाकर भव्य लोकार्पण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले में यदि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में इस प्रकार के गौआश्रय स्थल बन जाय तो जिले से बेसहारा गौवंशों की समस्या से निजात मिलेगी तथा किसानों की उपज का भी नुकसान नहीं होगा। श्री शुक्ल ने कहा कि जिस प्रकार रीवा के सोलर प्लांट की चर्चा अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर है उसी प्रकार बसामन मामा गौवंश वन्य विहार की चर्चा भी सभी जगह होगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेमरिया विधायक श्री केपी त्रिपाठी ने कहा कि गौवंशों के उत्पाद से जहाँ एक ओर एफपीओ की आय बढ़ेगी तथा इससे जुड़े किसान समृद्धशाली होंगे वहीं दूसरी ओर गौशाला की भी दिनोंदिन आय बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को उद्यमी बनाकर प्रधानमंत्री जी के सपनों को पूरा करते हुए आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य पूरा किया जाना है। उन्होंने कहा कि बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में शेष शेड का निर्माण कराकर 10 हजार गौवंश का संरक्षण किया जाएगा तथा इसे आत्मनिर्भर बनाने के सभी प्रयास होंगे। उन्होंने गौशाला के निर्माण की शुरूआत से इसके विकास के लिए सतत प्रयत्नशील पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के योगदान के लिए साधुवाद दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि विक्रय केन्द्र का शुभारंभ गौशाला के आत्मनिर्भर बनने का एक कदम है। यहाँ का एफपीओ मॉडल प्रदेश का आदर्श मॉडल बनेगा। विभागों के समन्वय से वन्य विहार को आत्मनिर्भर बनाकर प्रदेश व देश में अग्रणी वन्य विहार बनाने के सभी कार्य प्राथमिकता से कराए जाएंगे। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े ने कहा कि यह गौवंश वन्य विहार प्रदेश का सबसे बड़ा गौवंश वन्य विहार होगा। इससे होने वाली आय से इसके विकास के द्वार खुलेंगे। इससे पूर्व उप संचालक पशुपालन डॉ. राजेश मिश्र ने बताया कि वन्य विहार में बनाए गए एफपीओ से पांच सौ किसान संबद्ध हैं। गौवंश के गोबर व मूत्र से बनने वाले उत्पाद प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में मददगार होंगे। गोफार्मा प्रोड¬ूसर कंपनी के संचालक आशीष मिश्रा ने बताया कि वर्तमान समय में गोनाइल, पेंट, हैंडवाश, टायलेट क्लीनर के साथ तीन प्रकार की जैविक खादों का निर्माण किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन शास्त्री कृष्णधर ने किया। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी सिरमौर नीलमणि अग्निहोत्री, अनुविभागीय अधिकारी हुजूर अनुराग तिवारी, वेंकटेश पाण्डेय, विवेक दुबे सहित विभागीय अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।