एमआईटी डब्ल्यूपीयू के डॉ. मिलिंद पांडे वासविक औद्योगिक अनुसंधान वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित
पुरस्कार की राशि गरीब छात्रों की शिक्षा पर खर्च करेंगे
पुणे : औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास केंद्र, वासविक की ओर से इस वर्ष एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के प्र कुुलपति प्रो.डॉ. मिलिंद पांडे को मुंबई में आयोजित एक समारोह में वासविक औद्योगिक अनुसंधान वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पुरस्कार के रूप में सम्मानपत्र और १ लाख ५१ हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया. डॉ. पांडे को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी श्रेणी २०२१ के लिए पुरस्कार दिया गया.
इस मौके पर पद्मविभूषण प्रो.डॉ. एम.एम.शर्मा, वासविक के निदेशक मंडल के सदस्य डॉ. मोहन पटेल, एनएमआईएमएस के चांसलर अमरीश पटेल और नयन पटेल मौजूद थे.
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुविधाओं के प्रावधान की अवधारणा से प्रेरित होकर डॉ. मिलिंद पांडे ने किसानों को मिट्टी, जलवायु, वर्षा और फसलों पर नवीनतम जानकारी प्रदान करने के लिए एक प्रौद्योगिकी मंच विकसित किया. यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उनके शोध कार्य के लिए दिया गया.
डॉ. मिलिंद पांडे ने कहा, विश्व प्रसिद्ध कंप्यूटर वैज्ञानिक पद्मविभूषण डॉ. विजय भटकर और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ कराड के मार्गदर्शन और नेतृत्व में विश्वविद्यालय में नवाचार और अनुसंधान की निहित संस्कृति के कारण संभव हुआ है. पुरस्कार राशि के अलावा अन्य राशि जमा हम आर्थिक रूप से वंचित छात्रों की शिक्षा और शोध के लिए वित्तीय सहायत प्र्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
वासविक १९७४ में स्थापित एक गैर लाभकारी संगठन है. इसका मुख्य उद्देश्य औद्योगिक अनुसंधान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढावा देना है. यह पुरस्कार उन वरिष्ठ विशेषज्ञों के काम का सम्मान करता है जो चार दशकों से अधिक समय से उद्योग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहे है. विभिन्न श्रेणियों के पुरस्कारों में कृषि विज्ञान, जैविक विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, रसायन विज्ञान, विद्युत और धातु विज्ञान शामिल है.