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बुनियादी सुविधाओं अंतरराष्ट्रीय स्तर के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल यूनिवर्सिटी का निर्माण करेंगे

देवेन्द्र सिंह प्रतिनिधि पुणे-

बुनियादी सुविधाओं अंतरराष्ट्रीय स्तर के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल यूनिवर्सिटी का निर्माण करेंगे

खेल राज्य मंत्री अदिति तटकरे की राय; एमआईटी इंटरकॉलेजिएट स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में मॅनेट 24 वही एमआईटी एसओई ने 14 स्वर्ण पदक जीते

पुणे : विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद के प्रति रुचि बढ़ानी चाहिए. महाविकास अघाड़ी सरकार ने हमेशा खेलों को महत्व दिया है और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने को महत्व दे रही है. हम शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में खिलाड़ियों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम राज्य के सभी खिलाड़ियों को बढ़ावा देने और विश्व स्तरीय खेल शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से जल्द ही पुणे में एक खेल यूनिवर्सिटी शुरू कर रहे हैं. यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों को सुविधा और अवसर प्रदान करेगी, इससे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पैदा होने में मदद मिलेगी, ऐसा विश्वास खेल एवंम युवक कल्याण राज्यमंत्री अदिति तटकरे ने व्यक्त किया.

एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित अंतर-कॉलेजिएट प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वे बोल रही थीं. इस अवसर पर सेना खेल संस्थान पुणे के कमांडेंट कर्नल देवराज गिल एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी के कार्याध्यक्ष एवंम कुलपति प्रा. डॉ. मंगेश कराड, मिटकॉम की निदेशक डॉ. सुनीता कराड, रजिस्ट्रार डॉ. महेश चोपडे, एमआईटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य, डॉ. किशोर रवांदे, छात्र विभागाध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पुजेरी, खेल विभाग के निदेशक प्रा. पद्माकर फड़ और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.

एमआईटी महाराष्ट्र एकेडमी ऑफ नेवल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (मॅनेट) ने एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित इंटर-कॉलेजिएट प्रतियोगिता में प्रथम क्रमांक का खिताब जीता. मैनेट ने खिताब जीतने के लिए कुल 24 स्वर्ण और 18 रजत पदक जीते. एमआईटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की टीम ने दुसरा स्थान हासिल करते हुए 14 स्वर्ण और 18 रजत पदक जिते. इंटरनेशनल स्कूल ऑफ ब्रॉडकास्टिंग एंड जर्नलिज्म की टीम ने 6 स्वर्ण और 4 रजत पदक के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया. एमआईटी स्कूल ऑफ बायोइंजीनियरिंग साइंस एंड रिसर्च और एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन टीम ने प्रत्येकी 5 स्वर्ण और 8 रजत पदक जीते. एमआईटी स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर टीम ने 5 स्वर्ण और 1 रजत पदक जीते, एमआईटी मिटकॉम ने 4 स्वर्ण और 4 रजत पदक जीते, एमआईटी एसओएफटी टीम ने 2 स्वर्ण और 4 रजत पदक जीते, एमआईटी एसओएफए टीम ने 1 स्वर्ण पदक जीता और एमआईटी एसवीएस टीम ने 1 रजत पदक जीता.

इस प्रतियोगिता में क्रिकेट, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, शतरंज, कबड्डी, रोइंग, टेनिस, तैराकी, वाटर पोलो, एथलेटिक्स, क्रॉस कंट्री, बॉक्सिंग और तीरंदाजी आदि खेलों का समावेश था. इसमें कुल 1125 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.

इस अवसर पर बोलते हुए खेल राज्य मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि पिछले दो वर्षों में हम कोरोना महामारी के कारण कई कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ खेलों को भी अहमियत दें. टीम वर्क करने वालों को सफलता मिलती है. खेल स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और व्यक्तित्व को बढ़ावा देता है.

कर्नल देवराज गिल ने कहा कि खेल एक महत्वपूर्ण कार्य है, इससे आप किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकते हैं. कड़ी मेहनत और लगन सफलता की कुंजी है. हर किसी के पास खेल के माध्यम से शिक्षा और शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर है. छात्रों को इसका लाभ उठाना चाहिए और अपने करियर को आकार देना चाहिए.

प्रा. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि हमारी युनिवर्सिटी ने खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की बुनियादी सुविधाएं प्रदान करती है. हम खेल के माध्यम से राष्ट्र निर्माण चाहते हैं. हम इसके लिए जरूरी प्रयास कर रहे हैं.

डॉ. रामचंद्र पुजेरी ने प्रस्तावना रखी. प्रा. स्नेहा वाघटकर, प्रा. डॉ. अशोक घुगे, प्रा. स्वप्निल सिरसाठ ने संचालन किया. प्रा. पद्माकर फड ने आभार प्रदर्शन किया.

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