केन्द्रीय जेल में कार्यक्रम का हुआ आयोजन
रीवा एमपी: भारत के स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ तथा श्री अरविन्दों की जन्म जयंती के 150 वीं वर्ष जयंती की पूर्व संध्या पर देश की जेलों में श्री अरबिन्दो के जीवन पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किये गये। अपराध को रोकने और अपराधी को समाज में एक सुधारित चरित्र के रूप में बदलाव लाना जेल प्रणाली का उद्देश्य है। श्री अरविन्दों का जीवन बंदियों के लिए प्रेरणा, आत्म चिन्तन और अनुभूति के माध्यम से उनकी चेतना में आध्यात्मिक परिवर्तन को सक्षम बना सकता है। इसी उद्देश्य से प्रबुद्ध व्यक्ति और आध्यात्मिक क्षेत्र में नेतृत्य प्रदान करने वाल विद्वानजनों के सहयोग से केन्द्रीय जेल रीवा में योग और ध्यान पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में भारतीय मानवाधिकार एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं दिव्य बुद्ध याग संस्थान के अजय कुमार योग गुरू तथा आरोग्य भारती महाकौशल प्रान्त के प्रदेश महिला प्रभारी/समाज सेवी डॉ. सरोज सोनी ने श्री अरविन्दों के जीवन पर व्याख्यान देकर बंदियों को जेल में अनुशासन में रहकर ध्यान एवं योग की विधि बताई। वरिष्ठ कल्याण अधिकारी डी.के. सारम द्वारा बंदियों को विस्तार से श्री अरविन्दों का जीवन परिचय, शिक्षा, आध्यात्मिक विचार, शैक्षिक जीवन, जीवन की प्रमुख उपलब्धि, प्रमुख रचनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में जेल अधीक्षक सतीश उपाध्याय, उप अधीक्षक रविशंकर सिंह, राघवेश अग्निहोत्री, सहायक अधीक्षक संजू नायक, प्रशांत चौहान तथा जेल प्रहरी व बंदीजन उपस्थित रहे।