एमआईटी डब्ल्यूपीयू के शोधकर्ताओं का राष्ट्रीय गौरव
इमटेक्स २०२२ में एमआईटी की फैकल्टी टीम की सफलता
पुणे महाराष्ट्र: एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी की रिसर्च फैकल्टी टीम ने भारत की सबसे बडी मशीन टूल प्रदर्शनी में राष्ट्रीय सफलता हासिल की है. उनकी सफलता के बारे में विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष प्रा.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड और कार्यकारी अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड ने सभी को बधाई दी है.
इंडियन मशीन टूल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इम्टेक्स फॉर्मिंग २०२२ और टूलटेक २०२२ प्रदर्शनिया हाल ही में बैंगलोर में आयोजित की गई. एमआईटी डब्ल्यूपीयू की शोध टीम में मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉम्प्लेक्स के प्रो.डॉ.गणेश काकंडीकर के नेतृत्व में सहायक प्रो. डॉ. अनिल मशालकर और सहायक प्रो. ओंकार कुलकर्णी की टीम को माइक्रो फॉर्मिंग के क्षेत्र में शोध के लिए सम्मानित किया गया है. भारतीय मशीन टूल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रवि राघवन और उपाध्यक्ष राजेंद्र राजमाने ने टीम को प्रमाण पत्र प्रदान किया.
एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए उपयोग की जानेवाली मोटाई में एक सौ माइक्रोन से कम टाइटैनियम फोडल का फॉर्मेबिलिटी विश्लेषण किया गया था. यह शोध विश्वविद्यालय के एयरोस्पेस रिसर्च एंड डेवलमेंट बोर्ड डीआरडीओ द्वारा प्रायोजित माइक्रोफॉर्मिंग रिसर्च सेंटर में किया गया था.
त्रिस्तरीय मूल्यांकन में पूरे भारत में भाग लेने वाली टीमों में से सर्वश्रेष्ठ पांच टीमों का चयन किया गया. जिसमें यह महाराष्ट्र की एकमात्र टीम है.
इस सफलता के लिए टीम को माईर्स के संस्थापक और सह प्रबंध ट्रस्टी प्रा.डॉ. प्रकाश जोशी, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर.एम,चिटणीस, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन डॉ. प्रसाद खांडेकर ने बधाई दी.