इटावा

2 लाख रूपए में, तुरंत बीट तवादला , डीएफओ ने किया ज्ञानेश कुमार वन दरोगा को ईडी जांच से बचाने की कोशिश में लगे..!

शिवराज सिंह राजपूत प्रतिनिधि इटावा की स्पेशल रिपोर्ट-
2 लाख रूपए में तुरंत बीट तवादला , डीएफओ की सांठगांठ से ज्ञानेश कुमार वन दरोगा को बचाने की कोशिश..!
मुख्यमंत्री कार्यालय से ईडी द्वारा आयु से अधिक अचल संपत्ति की जांच के आदेश जारी..!

मुख्यमंत्री के आदेशों को क्या जिला प्रशासन,अन देखी कर रहा है..?
बडे बडे अधिकारी है शामिल कई करोड़ों का भ्रष्टाचार,

राजीनामा के चक्कर में अन्य लोगों को 2 लाख रुपए , बाटे जिसमें गांव विहारीपुर, व गांव कुडाखर भी है शामिल

इटावा यूपी:सामाजिक वानिकी विभाग के ज्ञानेश कुमार (भदौरिया) वन दरोगा लगभग 32 साल पहले से एक ही ,इसी स्थान पर स्थित हैं जिनके क्षेत्र वासियों से काफी गहरे सम्बन्ध हैं वन दरोगा ज्ञानेश कुमार की ईडी द्वारा आयु से अधिक अचल संपत्ति की जांच के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने कर दिये है ।सूत्रों से खबर आ रही है।
‘डीएफओ” वानिकी विभाग इटावा कार्यालय ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेकर उसे आनन फनन में ईडी द्वारा बचाने के लिए बीट का तवादला कर जसोन एरिया दे दिया है। मगर जसोन क्षेत्र तो उसी जिला इटावा में लगता है।
वानिकी विभाग कार्यालय के एक कर्मचारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि , ज्ञानेश कुमार (भदौरिया) वन दरोगा की ईडी द्वारा जांच के आदेश आया है। और
डीएफओ अतुल कांत शुक्ला वानिकी विभाग इटावा ने रूपए 2 लाख लेकर ज्ञानेश कुमार वन दरोगा का ताबड़तोड़ बीट तवादला कर दिया। जिसे जसोन क्षेत्र में भेज दिया है।
डीएफओ अतुल कांत शुक्ला वानिकी विभाग इटावा द्वारा वन दरोगा जी-जान से बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
क्योंकि इस अचल संपत्ति की जांच से कितने अधिकारियों के पोल खुलगी। और नापेंगे अधिकारी ।
इस समय बौखलाए वन दरोगा और डीएफओ इटावा
इतना ही नही रूके ,गांव विहारीपुर व गांव कुडाखर के कुछ लोगों को राजीनाम करवाने को लेकर एक से ढेड लाख रुपए दिया गया है।
जिन्होंने नहर पर कटान कराकर व जंगल में काफी कटान कराकर, अवैधानिक कमाई की है और की जा रही है । और जसवंतनगर से लेकर इटावा तक क्षेत्र में जितनी भी आरा मशीनें हैं उनसे हफ्ता वसूली होती है जिससे क्षेत्र में काफी आतंकित स्थिति में लोग भयभीत व परेशान हैं जो भी व्यक्ति शिकायत करता है उसकी अपने गुण्डों के द्वारा धमकाता व परेशान कराता है और फर्जी मुकदमों की धमकी देता है जिससे लोग शिकायत करने में डरते है।
क्या मुख्यमंत्री से भी ऊपर ,डीएफओ अतुल कांत शुक्ला वानिकी विभाग अधिकारी,हो गये क्या..?जो मुख्यमंत्री महोदय का आदेश को ठुकरा रहे ।

जिससे इटावा जिले की बसरेहर रेंज में सुधार हो सके जबकि इसकी शिकायत इटावा डी०एफ ० ओ ० को कई बार कर चुके हैं तथा रेंज अधिकारी को सूचित व अवगत कराया गया है। फिर भी राजनैतिक स्तर पर व पैसा लेन – देन कर कई बार ट्रांसफर रुकवा दिया गया है जिसकी ईडी के उच्च अधिकारी द्वारा जाँच करवाकर कार्यवाही की जाये।
तथा अवैधानिक कमाई की है जिसकी विभाग में भी शिकायत करने से लोग डरता है ।
ज्ञानेश कुमार वन दरोगा की ईडी के उच्च अधिकारी द्वारा आयु से अधिक अचल संपत्ति की जाँच कराकर कार्यवाही की जायें
और विभागीय कानूनी कार्यवाही की जावे जबकि शासनादेश का आदेश है कि तीन वर्षों से अधिक समय तक नहीं रह सकता है फिर भी 32 वर्षों से एक ही बीट पर नियुक्त है
यहां करोड़ों की आयु से अधिक अचल संपत्ति जमा की है।
जबकि इनसे जिला स्तरीय अधिकारियों व डी० एफ० ओ०
अतुल कांत शुक्ला इटावा से सांठ गांठ बनाकर अवैधानिक कमाई करता है जिसमें अधिकारियों का हिस्सा वसूली होती है । 32 वर्षों से वना भ्रष्टाचार का अड्डा स्वतंत्र हो सके।
क्या जिला प्रशासन ज्ञानेश कुमार भदौरिया को वचा रहा है ।..? ईडी से ,
मुख्यमंत्री महोदय द्वारा जांच के आदेश जारी कर दिया गया ।यह संपूर्ण खबर वानिकी विभाग कार्यालय के एक कर्मचारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि इस विभाग में पैसे के दम पर जिला प्रशासन भी खमोश रहता है.

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