दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में की गई लापरवाही पर आग बगूला हुए बथनाहा थाना अध्यक्ष महोदय बोले मर्द के बच्चा हो तो सामने आओ यह धमकाते हुए-
सीतामढी बिहार:दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में की गई लापरवाही पर आग बगूला हुए बथनाहा थाना अध्यक्ष महोदय बोले मर्द के बच्चा हो तो सामने आओ यह धमकाते हुए यह सबद जिले के जाने-माने समाजसेवी सह पत्रकार विकेश कुमार पूर्वे को बथनाहा थाना द्वारा कहा गया
समाजसेवी ने सिर्फ दुर्घटना में हुए दो गंभीर रूप से जख्मी को अस्पताल पहुंचाने में की गई लापरवाही पर उस सवाल क्या कर दिए थानाध्यक्ष तो अपनी वर्दी के रुतबा ही दिखा दीऐ ऐसे कुछ पुलिस वाले करतूत से आज बिहार की सभी पुलिस बदनामी दाग झेल रहे हैं आपको बताते चलें कि रविवार की शाम को करीब 7:30 बजे के करीब बथनाहा थाना क्षेत्र पुल के पास एक भयंकर साइकिल और मोटरसाइकिल में टक्कर हो गई थी आमने सामने का जिसमें दोनों व्यक्ति बेहद ही जख्मी थे जिसमें एक व्यक्ति पूरीतरह बेहोशी के हालत में थे और दूसरा व्यक्ति छटपटा रहे थे वहां पर पुलिस प्रशासन पहुंच चुकी थी लेकिन उनके द्वारानजदीकी अस्पताल में फोन कर एंबुलेंस को नहीं बुलाया गया नहीं उस व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया गया रास्ते पर एक अनजान टेंपो वाले के टेंपो में दोनों को उस टेंपो वाला से ही और कुछ वहां पर जमा हुए लोग से रखवा दिए और पुलिस वहां से निकल लिए जरा सोचिए और विचार कीजिए वह टेंपो वाला उस दोनों व्यक्ति को कहीं जंगल में फेंक देते या कहीं लेकर चले जाते या उसके किसी अंकू बेच देते या कुछ गलत कर देते याटेंपो पलट के साथ ही कोई मौलवी लीचिंग कर देता है यह सोच कर कि उसने ठोक दिया या उस व्यक्ति को कुछ हो जाता है तो उसकी गार्जियन आरोप लगाता है कि टेंपो वाला ही कुछ कर दिया तो इसका जिम्मेदार कौन होता है गाड़ी को उठाकर पुलिस वाले तो चल जाते हैं थाने क्योंकि छुड़ाने आएगा तो उसको पैसा मिलेगा लेकिन जख्मी व्यक्ति को अस्पताल तक नहीं पहुंचाया जाता है जख्मी व्यक्ति के साथ किसी प्रकार की घटना हो जाती और कोई व्यक्ति टेंपू वाला को ही दोषी मानकर उसके साथ कुछ कर देते तो क्या होता.