पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जताई पुणे शहर की सराहना
सुषमा और प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने ‘इंडो ग्लोबल सिनारियो फ्रॉम २०२२ टू २०४७’ पुस्तिका की पहली प्रति भेंट की
पुणे: देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन परिवार ने बधाई दी। ‘सूर्यदत्त’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया और उपाध्यक्षा सुषमा चोरडिया ने हाल ही में नई दिल्ली में राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की और उन्हें ‘इंडो ग्लोबल सिनारियो फ्रॉम २०२२ टू २०४७’ पुस्तिका की पहली प्रति भेंट की। यह अनूठी पुस्तिका अब तक के वैश्विक विकास का अवलोकन और अगले 25 वर्षों में अपेक्षित परिवर्तनों को अधोरेखित करती है। जैसे-जैसे भारत एक महाशक्ति के रूप में उभरता है, इसमें होने वाले परिवर्तन, कौन से क्षेत्र प्रभावित होंगे और किन क्षेत्रों को लाभ होगा, इस पुस्तिका में समीक्षा की गई है।
इस बैठक में प्रो. डॉ संजय बी. चोरडिया ने कोविंद को सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एसआईएफटी) के छात्रों द्वारा बनाई गई और सूर्यदत्त के लोगो वाली एक विशिष्ट पुणेरी पगड़ी भेंट की. सुषमा चोरडिया ने कोविंद को राखी बांधकर आशीर्वाद लिया। साथ ही सूर्यदत्त वुमन एम्पावरमेंट अँड लीडरशिप अकॅडेमीच्या (SWELA) की सूर्यदत्त सोशल अँड वुमन एम्पावरमेंट इनिशिएटिव्ह की एक सूचना पुस्तक भी भेंट की। इस अवसर पर दिल्ली के विशेष गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
रामनाथ कोविंद ने पुणे शहर की अपनी यादें ताजा कीं। भारतीय संस्कृति की महिमा में योगदान देना और एक मजबूत गणतंत्र का निर्माण करना मेरी भूमिका है। मैं उस पुणे से जुड़ा हूं जिसका सूर्यदत्त प्रतिनिधित्व करते हैं। उद्योग, स्टार्टअप, स्टैंडअप इंडिया, आत्मनिर्भर भारत में पुणे सबसे आगे है। साथ ही यह शहर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय छात्रों को शिक्षा के लिए आकर्षित करने वाला शहर है। पुणे ने आधुनिकता के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित रखा है। वहीं महाराष्ट्र की महिमा और शहर के विकास को भी वहां महत्व दिया जाता है। यह संतों के महत्व की भूमि है। पुणे ने देश की आजादी में ऐतिहासिक योगदान दिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा जोतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले सहित कई प्रतिभाशाली लोग, कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता के वास्तव्य की पुण्यनगरी है और यहां रहने वाली प्रतिभा पाटिल से जुड़ी उनकी मन मै कई यादें हैं और मै आभारी हु इस मौके पर रामनाथ कोविंद ने कहा।
प्रो. डॉ. संजय बी चोरडिया ने कहा, “रामनाथ कोविंद हम सभी के लिए एक आदर्श हैं, जिन्होंने अत्यधिक बाधाओं के खिलाफ संघर्ष किया। उनका जीवन संघर्ष और विपरीत परिस्थितियों से उबरने की उनकी इच्छा आज कई लोगों के लिए प्रेरणा है। यह आश्चर्य की बात थी कि एक व्यक्ति को इतना जमीनी होना चाहिए। मैं उनकी अत्यधिक विनम्रता और उस समाज से संबंधित होने की भावना से अभिभूत था जिससे वे आए थे। वास्तव में, इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश के चौदहवें राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल गौरवपूर्ण रहा है। कोविंद का एक सफल वकील, सांसद, राज्यपाल और राष्ट्रपति के रूप में सफल करियर रहा है। हम खुद को धन्य महसूस करते हैं कि उन्होंने हमें मिलने का मौका दिया और हमें अपनी शुभकामनाएं दीं। उनके साथ मुलाकात बेहद रोमांचक और अविस्मरणीय रही।”