खेल में दृढता के साथ अनुशासन की आवश्यकता
छत्रपति पुरस्कार विजेता सुरेश गायकवाड की राय
राज्य स्तरीय बास्केटबॉल ‘हुप-इट-अप’ २०२२ टूर्नामेंट का उद्धाटन
पुणे: जीवन में सफल होने के लिए विद्यार्थियों को खेल के साथ साथ पढाई को भी अधिक प्राथमिकता देनी चाहिए. खेल में जीतने का संकल्प होना चाहिए लेकिन अनुशासन भी हो. छात्रों के चेहरों पर जो उत्साह, खुशी है, वह निश्चित रूप से उनमे ंखेल की भावना जगाएगा. यह राय आयकर विभाग के उपायुक्त और छत्रपति पुरस्कार विजेता सुरेश गायकवाड ने रखी.
आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष को लेकर आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस को लेकर एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा राज्य स्तरीय इंटरकॉलेजिएट सीनियर और जूनियर बास्केटबॉल टूर्नामेंट हूप इट अप २०२२ के उद्धाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
एमआईटी डब्ल्यूपीयू के बास्केटबॉल मैदान पर आयोजित टूर्नामेंट का यह ९वां वर्ष है.
इस अवसर पर सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक और राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाडी राजेंद्र कदम विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे. साथ ही एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस, कुलसचिव डॉ. प्रशांत दवे, खेल विभाग के निदेशक डॉ. पी.जी. धनवे, खेल समन्वयक विलास कथूरे और डॉ. अंजलि साने मौजूद थी.
यह प्रतियोगिता एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ दा. कराड और कार्यकारी अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड के मार्गदर्शन में हो रही है.
डॉ. आर.एम.चिटणीस ने कहा, छात्रों को शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से सतर्क, बौद्धिक रूप से तेज और आध्यात्मिक रूप से उत्थानशील होना चाहिए. जीवन में अनुशासन जरूरी है. साथ ही छात्रों को ५० फीसदी पढाई, २५ फीसदी खेल और २५ फीसदी सांस्कृतिक विकास करना चाहिए.
उद्घाटन मैच पुणे के सीरियर कॉलेज सूर्यदत्त तथा सिम्बायोसिस स्कूूल ऑफ इकोनॉमिक्स और बिशप तथा दस्तूर के बीच हुई .
इस मौके पर राजेंद्र कदम ने सभी खिलाडियों को शुभकामनाएं दी.
इस वर्ष आयोजित प्रतियोगिता में पूरे महाराष्ट्र से ७८ टीमों ने भाग लिया है. इसमें. पुणे, नासिक, औरंगाबाद, बीड, अहमदनगर, कोल्हापुर और मुंबई के खिलाडी है.
डॉ. प्रशांत दवे ने प्रस्तावना रखी.