स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में एमआईटी-एडीटी युनिवर्सिटी के छात्रों ने दो श्रेणियों में जीता प्रथम पुरस्कार
पुणे: एमआईटी स्कूल ऑफ बायोइंजीनियरिंग साइंस एंड रिसर्च, एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने फोर्ज एक्सेलेरेटर कोयंबटूर, तमिलनाडु और सेंच्युरियन युनिव्हर्सिटी ऑफ टेक्नॉलॉजी अँड मॅनेजमेंट (CUTM), भुवनेश्वर नोडल सेंटर में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2022 के फाइनल राउंड में दो श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार जीता. दोनो ही टीमों को एक-एक लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी में बायोइंजीनियरिंग पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले छात्र सिरी संपागांवकर ने विजेता टीम का नेतृत्व किया. टीम में अंशुमी पाटिल, आर्य पादुरे, सब्यसाची बनर्जी, समृद्धि वलस्कर, शरवारी देशमुख शामिल थे. इस टीम ने 1 लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार जीता. एक्ट्यूएटर टीम ने ईएमजी सेंसिंग सिस्टम की मदद से न्यूमेटिक सिस्टम द्वारा नियंत्रित घुटनों के एक्ट्यूएटर सिस्टम पर काम किया. टीम को भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करते हुए अपनी परियोजना पर चर्चा करने का अवसर मिला.
इसके अलावा, सदफ शेख के नेतृत्व में एक अन्य टीम ‘अल-एफए’ ने सेंचुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (सीयूटीएम), भुवनेश्वर में 1 लाख रुपये का पहला पुरस्कार जीता. टीम में सर्वेश जाधव, सुमेध येवले, प्राजक्ता धारवाड़, अथर्व टिके और किरण मराठे शामिल थे. टीम ने उपयोग के लिए तैयार प्राथमिक चिकित्सा किट पर अपने नवाचार का प्रदर्शन किया. रक्षा कर्मी इस कीट का उपयोग कर सकते हैं.
शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने के लिए एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी से कुल सात टीमों को चयन किया गया था. इस बीच, कोयंबटूर और भुवनेश्वर में विभिन्न नोडल केंद्रों पर आयोजित प्रतियोगिता के अंतिम दौर में दो टीमों ने पुरस्कार जीते.
एमआईटी स्कूल ऑफ बायोइंजीनियरिंग साइंस एंड रिसर्च की प्रिंसिपल डॉ रेणु व्यास ने सफल छात्रों को बधाई दी और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सभी फैकल्टी के प्रयासों की सराहना की. एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं कुलपति प्रो. डॉ. मंगेश कराड, एमआईटी स्कूल ऑफ बायोइंजीनियरिंग साइंस और रिसर्च के निदेशक प्रो. विनायक घैसास, प्र-कुलपति डॉ. अनंत चक्रदेव, कुलसचिव डॉ. महेश चोपडे और रिसर्च एंड विकास विभाग के संस्थापक डॉ. मोहित दुबे ने छात्रों को उनकी सफलता और राष्ट्रीय स्तर पर मिले पुरस्कार के लिए बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.