रीवा

एपीडा की कार्यशाला आज जिले को व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र बनाने के लिए होगा विचार विमर्श

एपीडा की कार्यशाला आज जिले को व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र बनाने के लिए होगा विचार विमर्श

रीवा एमपी: रीवा जिले को व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र बनाने तथा जिले में बढ़ते हुए कृषि उत्पाद विशेष कर चावल के निर्यात की संभावनाओं को तलाशने के उद्देश्य से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) की संभाग स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला आज 5 सितंबर को प्रात: 10 बजे से वृदावन गार्डेन में आयोजित की गयी है। यह कार्यशाला रीवा संभाग के कमिश्नर श्री अनिल सुचारी एवं कलेक्टर मनोज पुष्प के विशेष प्रयासों से आयोजित हो रही है जो कृषि आय दोगुनी करने, निर्यातक तैयार करने एवं कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्धन तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

कार्यशाला में जिले के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति से निर्यात क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा वहीं रीवा एवं सतना के उद्यमियों, एसोसियेशन के पदाधिकारियों, कृषकों, विभागीय अधिकारियों एवं बैंकर्स को नवीन क्षेत्र में कार्य करने के अवसर मिलेगे। कार्यशाला में एपीडा के विषय विशेषज्ञ दिल्ली की श्रीमती समिधा गुप्ता डीजीएम एवं अशोक कुमार बोरा क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल की विशेष उपस्थिति रहेगी। छत्तीसगढ़ के चावल निर्यातक आयुष गोयल स्पंज इंटरनेशनल भी विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके अतिरिक्त आशीष केशरवानी प्रयागराज, अध्यक्ष आईआईए प्रयागराज चैप्टर तथा फूड प्रोसेसिंग विशेषज्ञ के तौर पर उपस्थित रहेंगे। श्री सांईनाथ इंटरनेशनल प्रा. लिमिटेड के कमलेश पटेल एवं पूर्व एपीडा इक्यूटिव डायरेक्टर राइस एवं मिलेट्स एक्सपोर्टर, चितरंजन देशना वाइस प्रेसीडेन्ट सेरेलैक इंडिया की भी उपस्थिति रहेगी। इस अवसर पर रीवा एवं सतना जिले के चावल निर्माता, उद्यमी, खाद्य पदार्थ उत्पाद के प्रोग्रेसिव फार्मर आदि उपस्थित रहेंगे। महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी ने बताया कि फूड प्रोसेसिंग यूनिट एवं निर्यात संभावनाओं के बारे में सीए अनिरूद्ध, प्रेसीडेन्ट ऑफ ग्लोबल इंटरप्राइजेज नई दिल्ली अपने अनुभव साझा करेंगे। भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय अंतर्गत एपीडा अनाज एवं प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात में विश्व स्तर पर उभर कर सामने आया है। यह प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, अनाज, बागवानी उत्पाद, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी, डेयरी उत्पाद, आयुर्वेदिक दवाईयों आदि के निर्यात के लिए कार्यवाही एवं प्रक्रिया पर कार्य करता है। विन्ध्य क्षेत्र में एपीडा का कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा।

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