डॉक्टर की लापरवाही ने संतोष कुमार को विकलांग बना दिया
विकेश कुमार पूर्वे प्रतिनिधी सीतामढी
सीतामढी बिहार: बताते चलें कि संतोष कुमार को पिछले दिन बाइक से एक्सीडेंट में हाथ टूट गया था और पैर में चोट आई थी जिसके बाद वह सीतामढ़ी के सदर हॉस्पिटल पहुंचे वहां पर डॉक्टर से दिखाया देखने के बाद बताया गया डॉक्टर के द्वारा की हाथ टूटा है प्लास्टर किया जाएगा प्लास्टर के दौरान उनकी हड्डी को सीधा नहीं किया गया तेरा जैसा था उसी पर प्लास्टर कर दिया गया जबकि पैर नहीं टूटा था फिर भी उसको प्लास्टर कर दिया गया जब 45 दिन बाद सरकारी हॉस्पिटल पहुंचा तो वहां के डॉक्टरों ने उन्हें खुद से प्लास्टर काटने को बोला दिया
पीड़ित संतोष कुमार बताया कि जिंदगी बर्बाद करके रख दिया है सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जबकि 4 दिन बाद ही उनका रेलवे का एग्जाम देने जाना है
अब वह बताते कि हम कैसे परीक्षा देने जा पाएंगे इन लोग ने तो विकलांग बनाकर हमें रख दिया बड़ी अधिकारी को शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं गरीब लोग कहां जाएं जाएं??