जीएसटी’ की सफलता में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स का अहम योगदान
‘स्टेट जीएसटी’ के अपर आयुक्त धनंजय आखाड़े की राय; आईसीएआई द्वारा ‘जीएसटी’ पर राष्ट्रीय परिषद का उद्घाटन
पुणे : “वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का मसौदा तैयार करने से लेकर इसमें विभिन्न महत्वपूर्ण सुझावों, परिवर्तनों को शामिल करने और ‘जीएसटी’ के सफल संग्रह बनाने तक चार्टर्ड एकाउंटेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ‘आईसीएआई’ की सक्रिय भागीदारी के कारण ‘जीएसटी’ में सुगमता आ रही है। ‘जीएसटी’ के प्रभावी क्रियान्वयन में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स का बहुमूल्य योगदान है,” ऐसी राय राज्य के जीएसटी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त धनंजय आखाडे ने व्यक्त की।
दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की जीएसटी एवं अप्रत्यक्ष कर समिति और ICAI पुणे शाखा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘GST’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन आखाडे के हाथों हुआ। यह दो दिवसीय सम्मेलन ‘आईसीएआई’ की केंद्रीय समिति के सदस्य सीए चंद्रशेखर चितले के मार्गदर्शन में शिवाजीनगर स्थित प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी के हॉल में हो रहा है। इस सम्मेलन की अवधारणा ‘उद्धारणम – शेअरिंग नॉलेज’ है। सम्मेलन में 550 से अधिक चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने भाग लिया।
इस मोके पर आईसीएआई जीएसटी समिति के अध्यक्ष सीए राजेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष सीए उमेश शर्मा, मंडल समिति सदस्य सीए ऋता चितले, आईसीएआई पुणे अध्यक्ष सीए काशीनाथ पठारे, उपाध्यक्ष सीए राजेश अग्रवाल, सचिव सीए प्रीतेश मुनोत, कोषाध्यक्ष सीए प्रणव आपटे, ‘विकासा’ की अध्यक्षा सीए मौसमी शाह, सम्मेलन के समन्वयक सीए अजिंक्य रणदिवे, सदस्य सीए अमृता कुलकर्णी, सीए सचिन मिनियार, सीए ऋषिकेश बडवे आदि उपस्थित थे।
धनंजय आखाड़े ने कहा, “देश में 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से पांच साल में इसमें कई बदलाव हुए हैं। ज्यादातर बदलाव आईसीएआई ने सुझाए हैं। एक सरकार के तौर पर हमने जीएसटी की खामियों को दूर करने का काम किया है। GST ने भारत को आर्थिक रूप से प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। जीएसटी के रूप में प्रभावी कर प्रणाली लागू की गई है। इसमें ‘आईसीएआई’ सक्रिय रूप से शामिल है।”
सीए राजेंद्र कुमार, सीए उमेश शर्मा ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। स्वागत-परिचय में सीए काशीनाथ पठारे ने सम्मेलन के महत्व पर जोर दिया। संचालन सीए सायली चंदालिया ने किया। सीए प्रीतेश मुनोत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।