जॉब प्लेटफॉर्म मॉन्स्टर एक संपूर्ण टैलेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म बना; खुद को फाउंडइट के रूप में फिर से स्थापित किया
●नौकरी तलाशने और नियुक्ति करने वालों के लिए घरेलू नाम, मॉन्स्टर अब भारत, एसईए और खाड़ी के बाजारों में फाउंडइट के नाम से जाना जाएगा
●एक व्यापक प्रतिभा मंच के रूप में बदलाव उम्मीदवारों और नियोक्ताओं दोनों की जरूरतों को अब जिन तरीकों से पूरा करेगा वो पहले से कहीं बेहतर हैं
फाउंडइट गहरी तकनीकी क्षमताओं से युक्त होगा जो व्यैक्तिक सिफारिशें करेगा और एक सहज, मोबाइल-फर्स्ट यूआई होगा जो भर्ती की प्रक्रिया में कार्यकुशलता लाएगा
पुणे :
नौकरी तलाशने वाले भारत के जाने-माने पोर्टल, Monster.com ने आज अपनी यात्रा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा की, क्योंकि अब यह एक पूर्ण विकसित टैलेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म बन गया है। आज से मॉन्स्टर नए लोगो और विजन के साथ ‘फाउंडइट’ के नाम से जाना जाएगा, तथा जॉब मार्केट में एक नई क्रांति की शुरुआत करेगा।
2018 में एपीएसी और एमई बाजारों में क्वेस कॉर्प द्वारा अधिग्रहण के बाद, मॉन्स्टर 18 देशों में फैले लगभग 10,000 ग्राहकों और 70 मिलियन से अधिक नौकरी चाहने वालों को सेवा दे रहा है। अब जब कंपनी खुद को एक संपूर्ण टैलेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म में बदल चुकी है तो यह भारत, एसईए और गल्फ में नौकरी चाहने वालों के साथ नियोक्ताओं के लिए भी अत्यधिक व्यैक्तिक और प्रासंगिक परिणाम प्रदान करेगी। यह बदलाव सही प्रतिभाओं को सही अवसरों से जोड़ने की दिशा में कंपनी के मिशन के अनुरूप है।
नए ब्रांड के अनावरण कार्यक्रम में शेखर गरिसा, सीईओ, फाउंडइट (पहले मॉन्स्टर) ने कहा, “टेक्नोलॉजी ने सभी क्षेत्रों में हलचल मचाई है और प्रतिभा अधिग्रहण भी कोई अपवाद नहीं है। महामारी ने काम करने के हमारे तरीके और नियुक्ति के हमारे तरीके को बुनियादी तौर पर बदल दिया है। हमें पिछले तीन दशकों में विकसित प्रतिभा अधिग्रहण परिदृश्य को देखने का सौभाग्य मिला है, जिससे हमें भर्ती में गहन जानकरी मिली है। भविष्य के मंच को अत्यधिक गतिशील नौकरी बाजार, कौशल-आधारित भर्ती और करियर से बदलती अपेक्षाओं को पूरा करने की जरूरत है। हम काफी बेहतर प्रतिभा प्रबंधन परिणामों को सक्षम करने के लिए केवल नौकरी और उम्मीदवार की खोज की सुविधा से मॉन्स्टर के लिए एक नई दिशा का अनावरण करने के लिए उत्साहित हैं।
अपनी पैरेंट कंपनी क्वेस कॉर्प के भविष्य और आगे की रणनीति को साकार करने में फाउंडइट की भूमिका पर टिप्पणी करते हुए, क्वेस कॉर्प के संस्थापक और फाउंडइट के नॉन एक्जीक्यूटिव चेयरमैन श्री अजीत इसाक और फाउंडइट ने कहा, “पिछले 15 वर्षों में, क्वेस को हमेशा अपनी सेवा आधारित पेशकशों के लिए जाना गया है जिसने अपने सहयोगियों और ग्राहकों का समान रूप से विश्वास जीता है। एक संस्था के रूप में, भारत में नौकरियों को औपचारिक रूप देने की हमारी प्रतिबद्धता को लेकर दृढ़, हम एक उत्पाद-आधारित पोर्टफोलियो के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो सफेद, नीले और ग्रे कॉलर श्रमिकों के औपचारिक रोजगार तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने में मदद कर सकता है। हमने व्हाइट-कॉलर टैलेंट एक्विजिशन को बदलने के विजन के साथ मॉन्स्टर एपीएसी एंड मी का अधिग्रहण किया। पिछले कुछ वर्षों में, संगठनों ने बड़े पैमाने पर नियुक्तियां करने के कारण महान इस्तीफे से लेकर महान अफसोस तक सब कुछ अनुभव किया है। लेकिन अब जैसे-जैसे बाजार स्थिर होता जा रहा है, हायरिंग काफी शार्प, फोकस्ड और स्किल बेस्ड होने जा रही है। इस तरह की सटीकता केवल मानव सरलता और टेक्नोलॉजी के संयोजन के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है और यही हमें फाउंडइट के जरिए अपने भर्तीकर्ताओं और नौकरी चाहने वालों को पेश करना है।
2018 में, क्वेस कॉर्प ने अपने मानव संसाधन सेवा पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक निवेश के रूप में मॉन्स्टर वर्ल्डवाइड के एपीएसी व्यवसायों का अधिग्रहण किया और भारत, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, हांगकांग, वियतनाम, थाईलैंड, इंडोनेशिया, यूएई और सऊदी अरब में काम