सीतामढी बिहार: जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में स्थानीय परिचर्चा भवन में शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त विनय कुमार, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल ,वरीय उप समाहर्ता प्रशांत कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ सभी डीपीओ ,बीईओ एवं बीआरपी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी 100% विद्यालयों में मध्यान भोजन का लाभ बच्चों को मिले। खाद्यान्न के अभाव में यदि किसी विद्यालय में मध्यान भोजन नहीं बनता है तो संबंधित प्रधानाध्यापक इसके लिए दोषी माने जाएंगे।उन्होंने डीपीओ मध्यान्ह भोजन को निर्देश दिया कि वे इसे इंश्योर कराएंगे कि खाद्यान्न का सप्लाई चैन हर हाल में मेंटेन हो। मध्यान भोजन पंजी अनिवार्य रूप से संधारित हो। यदि ऐसा नहीं होता है संबंधित बीआरपी दोषी माने जाएंगे।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी बीआरपी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना सुनिश्चित करेंगे।कार्य में कोताही को लेकर रिगा बीआरपी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। किसी भी स्कूल में मध्यान भोजन बनाने मे एलपीजी गैस का ही उपयोग किया जाए।निरीक्षण के क्रम में यदि ऐसा नहीं पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों के नामांकन के विरुद्ध उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। साथ ही सभी स्कूलों में अग्निशमन यंत्र का अधिष्ठापन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
रसोइए का नवंबर माह का वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए। बताया गया है कि जिले में कुल कार्यरत रसोइयों के संख्या 6193 है।
जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में इस माह के अंत तक सभी जरूरी सुविधाओं यथा :-शौचालय, रोशनी ,पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ में ठंड से बचाव के मद्देनजर सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
निर्देश दिया गया कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रतिदिन एक विद्यालय का विजिट करते हुए बच्चों के क्लास में बैठेंगे। जबकि सभी डीपीओ सप्ताह में एक दिन एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी महीने में दो बार उक्त कार्य को अंजाम देंगे।
जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि विभिन्न इंडिकेटर में संतोषजनक कार्य नहीं करने वाले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल की दिशा में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों का अहम भूमिका है।इसमें कोताही करने पर कार्रवाई की जाएगी। सरकार के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का क्रियान्वयन धरातल पर हो इसे सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित सभी कार्यक्रम अधिकारियों एवं प्रखंड शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए चेताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल करने की दिशा में हर स्तर पर अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
हर विद्यालय में
निर्देश दिया गया कि स्कूलों में पुस्तकालय का संचालन कराया जाए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रत्येक विद्यालय में प्रत्येक वर्ग के बच्चों का मासिक मूल्यांकन करें ताकि अगले माह उस बच्चों के ग्रेड में आशा के अनुरूप परिवर्तित हो सके।
प्रत्येक माह में विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक में छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन में प्राप्त अंकों का विवरण अभिभावकों के बीच साझा किया जाए ।जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा उक्त कार्य किया जा रहा है।उनके द्वारा जानकारी दी गई कि उन्नयन बिहार योजना के तहत माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन किया जा रहा है। निर्देश दिया गया कि स्मार्ट क्लास में रूटीन का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित करें तथा वर्ग नौवी एवं दसवीं कक्षा के छात्र/ छात्राओं के लिए कम से कम एक-एक घंटा का वर्ग संचालित करने का निर्देश दिया गया। स्मार्ट क्लास के बाहर रुटीन का प्रदर्शन किया जाए।
बैठक में बाल पंजी का संधारण, शिक्षक छात्र अनुपात ,मुहिम कार्यक्रम, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, समावेशी शिक्षा, असैनिक कार्य ,मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम (सुरक्षित शनिवार) योजना, लेखा एवं योजना, साक्षरता तथा अन्य बिंदुओं पर महत्वपूर्ण की समीक्षा की गई एवं महत्वपूर्ण निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए।