पूणे

देश के आर्थिक-सामाजिक परिवर्तन में अग्रवाल समाज का सबसे बड़ा योगदान: ओम बिरला

देश के आर्थिक-सामाजिक परिवर्तन में अग्रवाल समाज का सबसे बड़ा योगदान: ओम बिरला

 कहा-अग्रवाल समाज एक परिश्रमी कठोर और संस्कारी समाज है
अब महिलाएं हर क्षेत्र में पुरूषों से कर रही हैं बराबरी: चंद्रकांत दादा पाटिल
पुणे :  देश के आर्थिक सामाजिक परिवर्तन में अग्रवाल समाज का सबसे बड़ा योगदान है। यह प्रतिपादन लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज यहां पुणे में किया। श्री बिरला यहां येरवड़ा  स्थित डेक्कन कालेज ग्राउंड पर अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के महाराष्ट्र प्रांतीय अधिवेशन ‘‘ अग्र्रोदय’’ की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में बोल रहे थे। इस अवसर पर मंच पर पुणे के पालकमंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल, सांसद गजानन किर्तीकर, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग,  महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अनूप गुप्ता, आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, अभिनेत्री पदमिनी कोल्हापुरे अग्रवाल समाज फेडरेशन के कृष्णकुमार गोयल (कोहिनूर गु्रप), जयप्रकाश गोयल (गोयलगंगा ग्रुप), सुनिल अग्रवाल (अध्यक्ष : चिंचवड अग्रवाल समाज), प्रेमचंद मित्तल, पवन सराफ, प्ररेणा बिर्ला, अनुप गुप्ता, ईश्वरचंद गोयल , प्रसिध्द मोटिवेशनल स्पीकर डॉ उज्जवल पाटनी आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर घनश्याम गोयल का सन्मान किया गया। 
 कार्यक्रम के आरंभ में भव्य गणेशवंदना नृत्य प्रस्तुत हुआ और तत्पश्चात मातृशक्ति प्रथम के नाते महिला अधिवेशन व इसी दौरान श्री बिरला व अन्य प्रमुख अतिथियों के हाथों दीप प्रज्वलन के साथ अग्रोदय का शानदार उदघाटन किया गया।    अपने संबोधन के आरंभ में लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने अग्रोदय सम्मेलन में पारित किए जाने वाले प्रस्तावों की चर्चा करते हुए कहा कि, सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए अग्रवाल समाज आरंभ से ही कृतसंकल्प रहा है।  श्री बिरला ने पुणे की इस धरती को ऐतिहासिक धरती बताते हुए कहा कि, इस ऐतिहासिक धरती पर छत्रपति महाराजा शिवाजी, वीर सावरकर, गोपालकृष्ण गोखले, महात्मा फुले जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने सामाजिक सुधार करने वालों की यह वह धरती है जिसने आजादी के पहले भी एक लंबा आंदोलन किया और आंदोलन के लिए समाज को प्रेरणा दी और उसके बाद आर्थिक व सामाजिक सुधारों से देश को नई दिशा दी।
 श्री बिरला ने पुणे का गौरव करते हुए कहा कि पूना शहर वह शहर है जहां देशभर के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने और संस्कार प्राप्त करने आते हैं। फिर चाहे वह तकनीकी शिक्षा हो चाहे उच्च शिक्षा हो, औद्योगिक रूप से भी इस शहर की अपनी विशिष्ट पहचान है। अग्रवाल समाज एक परिश्रमी कठोर और संस्कारी समाज है। इसकी नींव महाराजा अग्रसेन जी ने आज के 5000 साल पहले डाली थी। इस दो दिवसीय अग्रोदय में लिए जाने वाले संकल्पों में यह खास होगा कि हम किस प्रकार राष्ट्र को हर क्षेत्र में आगे ले जाने में योगदान दे सकते हैं, अग्रवाल समाज का क्या योगदान हो सकता है, इस पर चर्चा होगी विचार होगा और संकल्प को पूरा करने का प्रयास शुरू होगा।
चंद्रकांतदादा पाटिल ने अग्रोदय में महिलाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति देखकर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा पहले मैं जानता था कि अग्रवाल समाज की महिलाएं सिर्फ गृहणी ही होती हैं किंतु अब यह मिथक टूट गया हैै। यहां इनकी इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति देखकर अब मैं यह कह सकता हूं कि, महिलाएं हर क्षेत्र में पुरूषों की बराबरी कर रही हैं।
 श्री कृष्णकुमार गोयल ने कहा कि किराना दुकान चलाने के लिए जाना जाने वाला हमारा यह अग्रवाल समाज धीरे-धीरे बड़े उद्योगों में आया और अब भारतीय राजनीति में भी अग्रवालों का अच्छा खासा दखल है। उन्होंने कहा कि हमें फख्र है गर्व है कि पीयूष जी गोयल हों या फिर हमारे ओम बिरला जी हों आज भारतीय  राजनीति में इतने बड़े पदों पर आसीन हैं। राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति के बाद हमारे ओमजी का नंबर आता हैै। इसलिए हमें इस बात का गर्व है।
 पांडाल में इस अवसर पर हजारों की संख्या में अग्रवाल भाइयों एवं बहनों की दमदार उपस्थिति दुनियाभर में फैले अग्रवालों के वैभव, संगठन शक्ति  व एकता की दास्तान बयान कर रही थी। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन अग्रोदय के संयोजक राजेश सुरेंद्र अग्रवाल ने किया | 
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन आज 24 दिसंबर 2022 महालक्ष्मी डोली, महिला सम्मेलन, युवा सम्मेलन, व्यापार सम्मेलन, व्यापार/उद्योग भव्य प्रदर्शनी लेगसी अ‍ॅवार्ड वितरीत किए गये। कल अग्रवाल गॉट टैलेंट एंटरटेनमेंट और मुख्य प्रांतीय सम्मेलन और अग्र अवार्ड्स का वितरण + सोशल ओपन फोरम (चर्चा सत्र) रविवार 25 को दिसंबर 2022 होने जा रहा

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