गायत्री परिवार की ओर से युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य
द्वारा रचित पुस्तक मेले का ७ से २२ जनवरी के दरम्यान आयोजन
पुणे : अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से सेवा शांतिकुंज हरिद्वार के युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखी गई पुस्तकों की प्रदर्शनी बाजीराव रोड के आचार्य अत्रे हॉल में ७ जनवरी से २२ जनवरी २०२३ इस कालावधि में आयोजित की जा रही है। यह प्रदर्शनी सब के लिए नि: शुल्क है और ७ से २२ जनवरी तक सुबह ९ बजे से लेकर रात ९.३० बजे तक खुली रहेंगी, विचार क्रांति अभियान के तहत यह प्रदर्शनी लगाई जा रही है, यह जानकारी गायत्री परिवार के राजेश टेकरीवाल, हेमंत जोगलेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी. इस समय हरिद्वार स्थित प्रा. विश्वप्रकाश त्रिपाठी, गायत्री परिवार की प्रतिभा मुळे, विनोद पटेल, पद्माकर लांजेवार आदी उपस्थित थे.
राजेश टेकरीवाल ने कहा, “युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक मेले का यह पांचवा वर्ष है. युगऋषि ने अपने ८० वर्ष के तपस्वी जीवन में ३२०० से अधिक पुस्तकों को रचा। इसके अतिरिक्त चारों वेदों, १०८ उपनिषदों, श्रुतियों व अन्य ग्रंथों का भाष्य कर उन्हें जनसाधारण के लिए सर्वसुलभ बनाने का अद्वितीय कार्य भी पूर्ण किया। जीवन की प्रत्येक समस्या पर समाधान प्रदान करने वाली ये पुस्तकें किन्हीं जीवंत प्रतिमाओं से कम नहीं हैं। मानसिक अवसाद के दौर से गुज़र रही मनुष्यता के लिए आत्म बल, मनोबल, ब्रह्मबल की अभिवृद्धि, व्यक्तित्व का परिष्कार, आत्म संयम द्वारा आंतरिक शक्तियों का विकास, गृहस्थ साधना, अभिभावकों के दायित्व, लोकसेवियों के लिए दिशा बोध, आंतरिक उल्लास का विकास, तनाव से मुक्ति, इत्यादि के अतिरिक्त विज्ञान व अध्यात्म के अनूठे समन्वय जैसे विषयों को भी युगऋषि की लेखनी ने आकार दिया है।
“मासिक पत्रिका अखण्ड ज्योति के माध्यम से पाठकों को साधक बनाने का कार्य अनवरत होता आया है। साथ ही भारतीय संस्कृति को नौजवान पीढ़ी को समझाने की मुहीम में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन भी स्कूलों, कॉलेजों में होता आ रहा है। राजस्थान व छत्तीसगढ़ सरकारों ने तो इस परीक्षा को स्कूलों में अनिवार्य रूप से लागू करवा दिया है। यह प्रदर्शनी छात्र, समाजसेवी, अध्यात्म साधक, देश प्रेमी, संस्कृती प्रेमी जैसे सभी तरह के लोगों के लिए नई प्रेरणा देने वाले है।