जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा ने स्थानीय परिचर्चा भवन में कृषि, मत्स्य,पीएचईडी ,जीविका, शिक्षा,पशुपालन इत्यादि विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की
विशाल समाचार बिहार टीम
सीतामढी बिहार: बैठक में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में जिले में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत चर्चा की। निर्देश दिया कि उपरोक्त क्षेत्रों में कार्य करने वाले व्यक्तियों/ संस्थाओं को हर स्तर पर संबंधित विभाग सहयोग करना सुनिश्चित करें। विशेषकर एलडीएम को निर्देशित किया गया कि कृषि, मत्स्य पालन तथा अन्य विभागों से संबंधित योजनाओं पर आधारित जो गतिविधियां जिले में चल रही हैं वैसे व्यक्तियों या संस्थाओं को विहित प्रक्रिया के तहत लोन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उनके व्यवसाय में अपेक्षित वृद्धि हो सके।
शेड नेट के अंदर शिमला मिर्च की खेती ,high-value सब्जी/ फल जैसे- चेरी टमाटर, स्ट्रॉबेरी का उत्पादन विभागीय सहयोग से कुछ उद्यमियों के द्वारा किया जा रहा है। साथ ही गन्ने से जैविक गुड़ का निर्माण,ड्रिप सिंचाई से पटवन, बकरी पालन ,मत्स्य उत्पादन से संबंधित कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे उद्यमियों को वित्तीय एवं सुरक्षात्मक मदद करने के साथ कृषि विभाग एवं मत्स्य विभाग द्वारा उन्हें राज्य में एवं राज्य के बाहर प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया। कृषि विज्ञान केंद्र एवं आत्मा के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली।बाजपट्टी के पिपराही में बरबरी और लोकल ब्रीड की बकरी पालन किया जा रहा है। *अपना खेत* नाम से बथनाहा में ऑनलाइन फॉर्म प्रोडक्ट शॉप के माध्यम से आम की ऑनलाइन बिक्री देश /विदेशों में की जा रही है।इसके साथ ही इंटीग्रेटेड फिश फार्मिंग, हाईटेक मैंगो ओरचार्ड,इंटीग्रेटेड एग्रो फार्मिंग ,फार्म प्रोडक्ट्स शॉप के माध्यम से फलों, सब्जियों और मछलियों का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।जिले में लगभग 30 मुर्गी पालको द्वारा मुर्गी पालन व्यवसाय किया जा रहा है।
निर्देश दिया गया कि बकरी पालन व्यवसाय करने वालों एवं मत्स्य उत्पादन करने वालों को केसीसी का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें तथा इससे उद्यमियों को हर स्तर पर सहयोग करने के साथ उनके लिए बाजार की उपलब्धता भी सुनिश्चित किया जाए। बकरी पालन एवं मुर्गी पालन के लिए मनरेगा के द्वारा सेड बनवाने का निर्देश दिया गया। साथ ही ऐसे उद्यमियों को उद्योग विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का निर्देश भी दिए गए।कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिला स्तरीय किसान मेले का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह में होने की संभावना है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादक अपना स्टॉल लगाएंगे।बैठक में जानकारी दी गई कि खैरवा मेजरगंज में आधुनिक तरीकों से केले की खेती की जा रही है और केले से चिप्स बनाने का कार्य भी हो रहा है। वहीं पंचायत बरहा गांव बरहा बराही में कलस्टर में फूलों की खेती 35-40 परिवारों के द्वारा की जा रही है जिससे गेंदा और चमेली के खेती की जा रही है। माला निर्माण किया जा रहा है। उनके लिए मनरेगा से चबूतरे का निर्माण करने का निर्देश दिया गया। तेम्मुहा, पुपरी में मशरूम उत्पादन, रिगा में मछली पालन/ पपीता उत्पादन की जानकारी भी दी गई। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे किसानों का एफपीओ बनवाएं एक कलस्टर बने और उनके लिए बाजार मुहैया कराई जाय।इस दिशा में प्रभावी कार्य करने की जरूरत है ताकि जिले के उद्यमियों को इसका लाभ मिल सके और जिले की आर्थिक उन्नति भी हो सके। उन्होंने उप विकास आयुक्त एवं कार्यपालक अभियंता मनरेगा को निर्देश दिया कि जीविका के ग्राम संगठन को प्रत्येक प्रखंड में तलाब की उपलब्धता के मद्देनजर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बैठक में उप विकास आयुक्त विनय कुमार, वरीय उप समाहर्ता प्रशांत कुमार, अरुण पांडे, रंजना भारती नीलम कुमारी ,डीपीआरओ कमल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी ,जिला मत्स्य पदाधिकारी सहित उन विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।