मराठवाड़ा मित्र मंडल की विद्यार्थी सहायता समिति को दो करोड़ की मदद
पुणे : ग्रामीण छात्रों की शिक्षा और व्यक्तित्व विकास के लिए विद्यार्थी सहायता समिति बहुमूल्य और उच्च गुणवत्तापूर्ण कार्य कर रही है. शिक्षा से ही समाज में अच्छे बदलाव आने वाले हैं। मराठवाड़ा के जरूरतमंद और होनहार छात्रों को समिति की सुविधाओं का लाभ मिल सके इसलिये मराठवाड़ा मित्र मंडल संस्था ने समिति को दो करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया, ऐसी जानकारी मराठवाड़ा मित्र मंडल संस्था के अध्यक्ष शिवाजीराव गणगे ने दी.
समिति के लजपतराय भवन छात्रावास के एक तल का नामकरण मराठवाड़ा मित्र मंडल चेंबर किया गया। इस अवसर पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही समिति को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा गया। इस अवसर पर मराठवाड़ा मित्रमंडल संस्था के महासचिव किशोर मुंगले, संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकारी सदस्य बी. वी. देशमुख, डॉ. वी. एस. पाटिल, संजय गर्गे, अन्नासाहेब पवार, प्राचार्य डी. एस. भंडारी, जितेंद्र पवार, तेज निवलीकर, रजिस्ट्रार सुभाष कदम व अन्य सदस्य और समिति के कार्यकारी ट्रस्टी तुकाराम गायकवाड़, ट्रस्टी संजय अमृते, रत्नाकर मते, सुप्रिया केलवकर, तुषार रंजनकर, जिभाऊ शेवाले, मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रकांत कुलकर्णी, कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक आदि मौजूद थे.
दोनो संस्थाए एक साथ काम नहीं करती, लेकिन मराठवाड़ा मित्र मंडल और विद्यार्थी सहायक समिति का काम ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के उत्थान के लिए है और दोनों का इरादा शुद्ध है, इसलिए हम एक साथ आ रहे हैं, ऐसा संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष भाऊसाहेब जाधव ने कहा।
समिति के संस्थापक डॉ. अच्युतराव आपटे ने फ्रांस में शिक्षा के दौरान कई आर्थिक कठिनाइयों का अनुभव किया तब वहां के समाज ने उनकी मदद की, उसी एहसास से उन्होंने पुणे में समिति का काम शुरू किया। समिति के कारन हजारों ग्रामीण छात्रों के जीवन में बदलाव हुए है। ऐसे कार्य की अभी भी बहुत आवश्यकता है। समिति ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद लड़कियों के लिए नए छात्रावास का निर्माण कर रही है। उदार दानदाताओं, निःस्वार्थ कार्यकर्ताओं और कृतज्ञता की भावना से जुड़े समिती के पूर्व छात्र इन सभी के प्रयासों से यह कार्य आगे बढाया जा रहा हैं, ऐसा समिति के अध्यक्ष प्रतापराव पवार ने बताया।