तीन समूह नलजल योजनाओं से जिले के 2251 गांवों को मिलेगा पेयजल
जिले के 2251 गांवों को पेयजल देंगी तीन समूह नलजल योजनाएं
रीवा एमपी: पानी जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता है। मानव ही नहीं सभी जीव-जंतुओं और वनस्पतियों का जीवन पानी पर निर्भर है। मानव के शरीर में भी सर्वाधिक मात्रा पानी की ही होती है। इसलिए पानी हर दृष्टि से महत्वपूर्ण है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2024 तक हर गांव के हर घर में नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को जलजीवन मिशन के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। रीवा जिले में जल जीवन मिशन से तीन बड़ी समूह नलजल योजनाओं का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा जलजीवन मिशन से जिले के लिए तीन बड़ी समूह नलजल योजनाएं मंजूर की गई हैं। इनसे जिले के 2251 गांवों में नल से जल पहुंचेगा। इन योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जिले के अधिकांश गांवों से पेयजल का संकट पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।
नवीन नलजल योजनाओं की जानकारी देते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि बाणसागर-2 समूह जल प्रदाय योजना से सतना जिले के साथ-साथ रीवा जिले के दो विकासखण्डों में पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इस योजना से रीवा जिले के सिरमौर विकासखण्ड के 122 तथा रीवा विकासखण्ड के 88 गांव लाभान्वित होंगे। इसका कार्य केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड कोलकाता को सौंपा गया है। इसकी अनुबंधित लागत राशि 1872.886 करोड़ रुपए है। जिले के लिए टमस ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना मंजूर की गई है। जिससे 630 गांव लाभान्वित होंगे। इसमें विकासखण्ड नईगढ़ी के 66, जवा के 237, त्योंथर के 261 तथा विकासखण्ड गंगेव के 66 गांव शामिल हैं। इसका निर्माण कार्य एनसीसी लिमिटेड हैदराबाद को सौंपा गया है। इस परियोजना की अनुबंधित लागत राशि 829.97 करोड़ रुपए है। इसी तरह रीवा बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना से जिले के 1411 गांवों में पेयजल की आपूर्ति होगी। इसमें विकासखण्ड गंगेव के 183, रायपुर कर्चुलियान के 242, रीवा के 107, सिरमौर के 122, मऊगंज के 284, हनुमना के 293 तथा नईगढ़ी के 180 गांव शामिल हैं। इस परियोजना का कार्य दिलीप बिल्डिकॉन को सौंपा गया है। इसकी अनुबंधित लागत राशि 1947.06 करोड़ रुपए है। इस परियोजना में भी 10 मार्च से कार्य शुरू हो गया है।