जूते-चप्पल के लिए नहीं थे पैसे, इसलिए मां ने मासूम बेटे के पैर न झुलसें इसलिए पालीथिन पहनाई
श्योपुर में पैसे न होने पर एक महिला ने अपने बच्चे के पैर झुलसने से बचाने के लिए पालीथिन पहना दी।
श्योपुर: शहर में एक आंखे से आंसू निकालने तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में एक मां ने अपने नन्हे बच्चों को सूरज की तपन से झुलसती धरती पर पैरों को जलने से बचाने के लिए पैरों में चप्पल की जगह पालोथिन पहनाई है। इस तस्वीर में ये आदिवासी महिला अपने तीन बच्चों को साथ लिए नंगे पैर सड़क पर भटकती दिखाई दे रही है। एक छोटा बच्चा महिला की गोद में हैं और दो बच्चे नंगे पैर मां की उंगली थाम कर चल रहे हैं। ये तस्वीर शहर के जयतस्तंभ की है।
बता दें कि, इस तस्वीर ने आदिवासियों की हालत बेहतर करने का दावा करने वाली सरकार की उन तमाम योजनाओं की पोल खोल कर रख दी है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आदिवासियों के कल्याण के लिए भी उनकी सरकार कई योजनाएं चला रही है। इसके बावजूद वक्त-बेवक्त कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ जाती हैं जो सुशासन के कथित दावों की पोल खोलकर रख देती हैं। शहर की सड़क पर रविवार को दोपहर 01 बजे चिलचिलाती धूप में तीन बच्चों को लेकर निकली एक आदिवासी महिला की स्थिति देखकर लोगों की आंखों से आंसू आ गए। दरअसल, कराहल विकासखंड से अपने पति का इलाज कराने आई इस महिला के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि, वो अपने बच्चों को चप्पल तक दिला सके। चिलचिलाती धूप में पैर जलने से बचाने के लिए बच्चियों के पैरों में पालीथिन की थैलियां बांधकर चलाने को मजबूर इस मां की मजबूरी को देख हर किसी की आंख में आंसू आ गए।