किसान अपने बैंक खाते से आधार लिंक करायें – कलेक्टर
किसानों के बैंक खाते से आधार को लिंक कराने के लिए आज चलेगा अभियान
विशाल समाचार टीम रीवा मऊगंज
रीवा एमपी: कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किश्त सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा की जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि किसानो का बैंक खाता आधार से लिंक हो। जिले के अधिकांश किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक न होने के कारण सम्मान निधि की राशि जमा कराने में कठिनाई होती है अत: समस्त पात्र किसान अपने बैंक खाते से आधार को लिंक करायें। उन्होंने कहा कि किसानों के बैंक खाते से आधार को लिंक कराने के लिए आज 31 मई को जिले में अभियान चलाया जायेगा। रीवा जिले के 241234 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त हो रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा जून माह में किसान सम्मान निधि की किश्त जारी होगी इसमें आधार बेस्ड भुगतान किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि रीवा जिले में 34968 किसानों का बैंक खाता (आधार आधारित भुगतान) नहीं है। इसका मुख्य कारण उनके बैंक खाते से आधार लिंक नहीं है। आधार एकाउंट सीडी की प्रक्रिया दो तरह से की जा सकती है। किसान अपने बैंक शाखा में जाकर आधार एवं बैंक पासबुक की फोटो कॉपी सहित लिंक करायें। आधार एवं खाता लिंक करने के लिए निर्धारित फार्म भर कर बैंक खाता में जमा करें। किसान इंडियन पोस्ट पेंमेंट बैंक (पोस्ट आफिस) के माध्यम से पेपर लैस खाता खोलकर कर सकते हैं। किसान अपना आधार एकाउंट स्टेटस https://resident.uidai.gov.in/bank-mapper लिंक के माध्यम से जान सकते हैं। रीवा जिले के 28373 किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की बेवसाइट में अपना ईकेवाईसी भी नहीं करवाया है। जिन किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की बेवसाइट में ईकेवाईसी नहीं करवाया है वे अपना ईकेवाईसी करवा ले अन्यथा उन्हें भी प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ प्राप्त नहीं होगा। किसान कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से बायोमैट्रिक द्वारा अथवा प्रधानमंत्री किसान पोर्टल के माध्यम से आधार में पंजीकृत मोबाइल एप के ओटीपी के द्वारा या पीएम किसान एप के माध्यम से पंजीकृत मोबाइल के ओटीपी द्वारा अथवा पीएम किसान एप द्वारा फेस रिकग्रिशन द्वारा ईकेवाईसी करा सकते हैं। जिले में 5393 किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि में लैण्ड लिंकिग नहीं है। जिसके कारण पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किश्त से किसानों को वंचित होना पड़ेगा। किसान अपना स्टेटस चेक करे और पटवारियों के माध्यम से अपना खसरा