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खरीफ में 1016.82 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य निर्धारित

खरीफ में 1016.82 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य निर्धारित

    रीवा एमपी : संभागायुक्त श्री अनिल सुचारी ने टीएल बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिये कि खरीफ सत्र के दौरान किसानों को समय पर प्रभाणित बीज एवं उर्वरक का वितरण करें। खरीफ में संभाग के लिये निर्धारित किये गये बोनी के लक्ष्य 10 लाख 16 हजार 82 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी की जाये। उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया एवं डीएपी उर्वरक उपलब्घ कराने के लिये पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का भण्डारण करें। संभाग में समितियों के साथ ही नगद देकर उर्वरक क्रय करने के लिये केन्द्रों का चिन्हांकन कर प्रारंभ करें। 

    उन्होंने उज्जवला योजना के तहत लाड़ली बहनों को गैस सिलेण्डर उपलब्ध कराने, सर्वाजनिक वितरण प्रणाली के तहत अन्न उत्सव के पूर्व शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न का भण्डारण करने, हितग्राहियों के ईकेवाईसी बनाने तथा मोबाइल फीडिंग करने के निर्देश दिये। सहकारिता विभाग की समीक्षा के दौरान संभाग में डेयरी प्रारंभ करने के लिये सहकारी समितियों का पंजीयन करने के लिये कहा। कमिश्नर ने ऋण वितरण के प्रगति की समीक्षा के दौरान सहकारी बैंक द्वारा दिये गये ऋण की वसूली करने पर जोर दिया। पशुपालन की समीक्षा के दौरान पशुओं में फैल रहे लम्पी रोग के निवारण के लिये टीकाकरण अभियान चलाने, अफ्रीकन स्वाइन फीवर के लिये टीकाकरण करने के लिये कहा। कमिश्नर ने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप गौशालाओं का संचालन एवं संधारण करने के निर्देश दिये। 

    उन्होंने कहा कि कृषि विभाग गुण नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत बीज विक्रेता एवं उर्वरक विक्रेता द्वारा अमानक बीज उर्वरक एवं कीटनाशी दवाई बेचने पर उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराये। समीक्षा में बताया गया कि खरीफ सत्र में धान, ज्वार, मक्का एवं कोदो-कुटकी तथा दलहन की बोनी 10 लाख 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में की जायेगी। बोनी के लिये एक लाख 225 Ïक्वटल प्रमाणित बीज का वितरण किया जा रहा है। मार्कफेड द्वारा 44242.52 मैट्रिक टन यूरिया का तथा 28414 मैट्रिक टन डीएपी का भण्डारण किया गया है। कमिश्नर ने कहा कि उर्वरक का अग्रिम भण्डारण सुनिश्चित किया जाये। 

    कमिश्नर की समीक्षा के दौरान उद्यानिकी विभाग ने बताया कि संभाग में खरीफ सत्र में 405740 रकवे में उद्यानिकी फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें से 68446 हजार हेक्टेयर में फल उद्यान लगाया जायेगा। 128348 रकवे में उद्यानिकी फसले लगायी जायेगी। सब्जी, मशाला पुष्प 196794 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी की जायेगी। एकीकृत बागबानी योजना के अन्तर्गत 168.400 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी की गयी है। सब्जी क्षेत्र विस्तार योजना के अन्तर्गत 532.300 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी की जायेगी। 29 हजार 500 हेक्टेयर क्षेत्र में मसाला की बोनी होगी। संरक्षित खेती योजना के अन्तर्गत 3 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में पाली हाउस का निर्माण कर उद्यानिकी फसल लगाई जायेगी। उन्होंने ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि अवाध विद्युत वितरण के पुख्ता इंतजाम किये जाये। बताया गया कि संभाग में 62186 ट्रान्सफार्मर लगे हुए हैं। विभिन्न कारणों से 4 हजार खराब ट्रान्सफार्मरों में से 3246 ट्रान्सफार्मर बदल दिये गये हैं। शेष ट्रान्सफार्मरों को बदलने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में शिविर आयोजित कर उपभोक्ताओं से देयक जमा कराकर ट्रान्सफार्मर बदल दिये जायेंगे। बैठक में जानकारी दी गयी कि संभागीय मुख्यालय में 24 घण्टे विद्युत प्रदाय की जाती है। जिला मुख्यालय में 23.30 घंटे, तहसील मुख्यालय में 23.30 घण्टे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 22 घण्टे विद्युत प्रदाय की जा रही है। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान नि:शुल्क साइकिल प्रदाय योजना, छात्रवृत्ति वितरण, नि: गणवेश वितरण, नि: पाठ-पुस्तक का वितरण एवं ई-स्कूटी वितरण की समीक्षा की। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 764 निर्माण कार्यों में से 161 निर्माण कार्य पूर्ण हो गये हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत 1519 सड़कों में से 1503 सड़कों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। बैठक में संभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

 

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