बिजली विभाग के हड़ताली कर्मचारी नहीं मनाएंगे दीवाली… उत्पीड़न,नहीं हुआ खत्म…?
दिवाली पर बिजली कर्मियों के घर न खुशहली..कारण
रिपोर्ट धर्मेंद्र कुमार वर्मा लखनऊ प्रतिनिधि
ऊर्जा मंत्री के आश्वासन के बाद भी खत्म न हुआ हड़ताली बिजली कर्मियों का उत्पीड़न, नहीं मनाएंगे दिवाली
ऊर्जा मंत्री की ओर से आश्वासन मिलने के बाद भी उत्पीड़नात्मक कार्रवाई वापस नहीं लेने की वजह से विरोध जताएंगे।
ऊर्जा विभाग के हड़ताली कर्मचारी दिवाली नहीं मनाएंगे। वे ऊर्जा मंत्री की ओर से आश्वासन मिलने के बाद भी उत्पीड़नात्मक कार्रवाई वापस नहीं लेने की वजह से विरोध जताएंगे। बिजली कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर मार्च में हड़ताल की थी। 19 मार्च को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति और ऊर्जा मंत्री के बीच समझौता हुआ।
ऊर्जा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सभी बिजली अभियताओं एवं कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे। निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई भी वापस ली जाएगी लेकिन अभी तक ये मामले वापस नहीं लिए गए हैं। ऐसे में विद्युत कर्मचारी संयुक्त परिषद की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में अब तक की स्थितियों पर चर्चा की गई। तय किया गया कि आश्वासन के बाद भी राहत नहीं देने के विरोध में वे दिवाली नहीं मनाएंगे।
परिषद के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि बिजली-कर्मी निर्बाध विद्युत आपूर्ति के कार्य में पूरी निष्ठा से दिन रात जुटे हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा जारी एकमुश्त समाधान योजना की सफलता में भी लगे हैं। आठ माह से निरंतर कार्य करने के बाद भी उन्हें राहत नहीं दी गई है। इससे करीब एक लाख से अधिक बिजली कर्मी और उनके परिवार जन दिवाली नहीं मनाएंगे।
बैठक में जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जीवी पटेल, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पीके दीक्षित, आर बी सिंह, राजेंद्र घिल्डियाल, शशिकांत श्रीवास्तव, चंद्र भूषण उपाध्याय, डीके मिश्रा, मो वसीम, श्रीचंद, सीएल दीक्षित, केएस रावत, सरयू त्रिवेदी, मो इलियास, राम सहारे वर्मा, शरदेंदु सागर, मो नाजिम आदि मौजूद थे।