रीवा

पूरी सावधानी और पारदर्शिता से मतगणना करें – जिला निर्वाचन अधिकारी

पूरी सावधानी और पारदर्शिता से मतगणना करें – जिला निर्वाचन अधिकारी

रिपोर्ट धर्मेन्द्र गुप्ता मऊगंज

रीवा एमपी: जिले के सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना तीन दिसम्बर को प्रात: 8 बजे से शासकीय इंजीनियरिंग कालेज रीवा में आरंभ होगी। मतगणना के लिए विधानसभावार कक्ष निर्धारित किए गए हैं। मतगणना के लिए गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक तथा माइक्रो प्रेक्षक तैनात कर दिए गए हैं। इनका एक दिवसीय प्रशिक्षण शासकीय विधि महाविद्यालय के विभिन्न कक्षों में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में मतगणना के संबंध में निर्देश देते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि मतगणना पूरी सावधानी तथा पारदर्शिता से करें। निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप मतगणना करें। मतगणना के दौरान अपना व्यवहार संयमित रखें। गणना प्रारंभ करने के पूर्व प्रत्येक मतगणना एजेण्ट को वोटिंग मशीन तथा उसकी सील दिखाएं। इसके बाद निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित की गई प्रक्रिया के अनुसार मतगणना करें। मतगणना मशीन में दर्ज तथा पीठासीन अधिकारी के मतपत्र लेखा में दर्ज कुल मतों का मिलान करें। वोटिंग मशीन में यदि ग्रीन पेपर सील टूटी हुई है तो उसे रिटर्निंग आफीसर के समक्ष प्रस्तुत करें। मतगणना एजेण्टों द्वारा किसी तरह की आपत्ति उठाए जाने पर उसकी जानकारी रिटर्निंग आफीसर को दें। गणना एजेण्टों को पूरी तरह से आश्वस्त करने के बाद मतगणना करें। 

कलेक्टर ने कहा कि मतगणना दिवस में ही प्रात: 6 बजे सभी को रेण्डमाइजेशन के बाद ड्यूटी आदेश प्रदान किए जाएंगे। सबसे पहले डाक मतपत्रों तथा ईटीपीबीएस की गणना होगी। डाक मतपत्रों की गणना के लिए अलग से दल तैनात रहेगा। डाक मतपत्रों के साथ दिए गए घोषणा पत्र की जांच कर लें। घोषणा पत्र में मत पत्र क्रमांक ठीक होने तथा उचित अधिकारी द्वारा प्रमाणित होने के बाद ही इसे मान्य करें। घोषणा पत्र में मत देने वाले कर्मचारी के हस्ताक्षर होना अनिवार्य है। मतगणना की निगरानी के लिए माइक्रो प्रेक्षक भी तैनात रहेंगे। 

 

प्रशिक्षण देते हुए नोडल अधिकारी प्रशिक्षण डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि वोटिंग मशीन से मतदान होने के कारण मतगणना में कोई कठिनाई नहीं होगी। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार मशीन के परिणाम खण्ड से कुल मत तथा उम्मीदवार को मिले मतों को देखकर निर्धारित प्रपत्र में अंकित करें। गणना एजेण्टों को भी प्रत्येक चक्र में उम्मीदवार को मिले मतों की जानकारी दें। साथ ही निर्धारित प्रपत्र में गणना एजेण्ट के हस्ताक्षर भी प्रत्येक चक्र के परिणाम में कराएं। 

मतगणना के लिए तैनात अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. अमरजीत सिंह तथा अन्य मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में बताया गया कि डाक मतपत्रों की गणना रिटर्निंग आफीसर के स्तर पर की जाएगी। वोटिंग मशीन में गणना करने के पूर्व उसके सभी एड्रेस टेग तथा सील का निरीक्षण करें। मशीन में अंकित कुल मत की जानकारी मतगणना एजेण्ट को दें। प्रत्येक उम्मीदवार को प्राप्त मतों की जानकारी भी उनके उम्मीदवारों को देते हुए निर्धारित प्रपत्र में दर्ज करें। इसमें एजेण्ट के हस्ताक्षर भी कराएं। गणना के लिए प्रत्येक विधानसभा में एक से 14 तक टेबिलें रहेंगी। पहली टेबिल पर मतदान क्रमांक एक की मशीन आएगी। इसी तरह मतगणना मतदान केन्द्रवार की जाएगी। जिन केन्द्रों में तकनीकी खराबी के कारण एक से अधिक मशीनों का उपयोग किया गया है उन्हें भी एक इकाई मानकर ही गणना की जाएगी। प्रत्येक चक्र की गणना करने के बाद प्रत्येक टेबिल की जानकारी सहायक रिटर्निंग आफीसर तथा रिटर्निंग आफीसर के पास जाएगी। निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात सामान्य प्रेक्षकों की अनुशंसा के बाद अंतिम रूप से चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। इस दौरान गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक व विधानसभा के रिटर्निंग आफीसर उपस्थित रहे। 

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