खुरपका-मुँहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान का हुआ श्रीगणेश
सदर विधायक ने डीएम के साथ टीकाकरण अभियान का किया शुभारम्भ
रिपोर्ट ऋषि नाथ – बहराइच
बहराइच- भारत सरकार के सहयोग से खुरपका मुँहपका रोग नियन्त्रण (एफएमडीसीपी) कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद बहराइच में 15 दिसम्बर से 31 जनवरी 2024 तक संचालित होने वाले खुरपका-मुँहपका निःशुल्क टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ हुआ। सदर विधायक श्रीमती अनुपमा जायसवाल व जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट परिसर से बहुउद्देशीय सचल पशु चिकित्सा वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर निःशुल्क टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ इस्लामुद्दीन, डॉ हरीश चन्द्र, डॉ शाही, पशु चिकित्साधिकारी डॉ विश्वनाथ प्रताप, डॉ अनुरुद्ध सिंह, डॉ अतुल मौर्य, डॉ एस.पी. सिंह, डॉ साहित्य भूषण यादव सहित विभागीय चिकित्सक व कर्मचारी वरिष्ठ सहायक फिरोज ईशा सिद्दीकी मौजूद रहे।
यह जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि सम्पूर्ण जनपद के लगभग 6,88,265 पशुओं के निःशुल्क टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए 24 टीमों का गठन किया गया है। डा. प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक छः माह के अन्तराल पर टीकाकरण अभियान संचालित किया जाता है। खुरपका-मुहँपका बीमारी पशुओं में होने वाली एक घातक जानलेवा बीमारी है, जो कि एक विषाणु जनित रोग है। यह बीमारी मुख्यतः गाय, बैल, भैंस, भेड़, बकरी तथा सूकरों में होती है, जो रोगग्रसित पशुओं के सम्पर्क में आने और साथ में खाने पीने से फैलती है। इस बीमारी में पशु को 104 से 106 डिग्री फॉरेनाहइट तक तेज बुखार आना, मुँह से झाग नुमा लार का गिरना, चप-चपाहट की आवाज, मुँह, जीभ तथा थनों एवं खुरों के बीच में छाले पड़ जाते हैं। पशु का अत्यधिक दुर्बल होना, उत्पादकता में कमी तथा गर्भित पशुओं का गर्भपात हो जाना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
सीवीओ डा. प्रसाद ने पशुपालकांे से अपील की है कि टीकाकरण टीम के गॉव पहुॅचने पर पशुओं का टीकाकरण अवश्य करायें ताकि आपके सभी पशुधन इस खतरनाक बीमारी से बचे रहें। उन्होंने बताया कि टीकाकरण पूर्णतयः निःशुल्क है। यदि किसी पशुपालक को कोई समस्या हो तो दूरभाष नम्बर 9956886458, 9412564412, 9076522598 पर सुझाव/समस्या हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। सी.वी.ओ. ने बताया कि टीकाकरण अभियान के सफल संचालन के लिए जिले में 24 टीमें गठित की गयी हैं। सभी टीमों के दिवसवार रूट चार्ट निर्धारित किया गया है। श्री सिंह ने बताया कि खुरपका मुँहपका नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 04 माह से कम आयु के बच्चों तथा 08 माह से अधिक गर्भित पशुओं का टीकाकरण नही किया जायेगा। डा. सिंह ने बताया कि घोड़ा व गदहा इस रोग से पीड़ित नही होते हैं।