पंडित राम हर्ष मिश्रा स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज महसी बहराइच में मनाया गया हीरक जयंती समारोह
रिपोर्ट ऋषि नाथ त्रिवेदी – बहराइच
पूर्व विधायक महसी/फखरपुर स्व० पं० रामहर्ष मिश्र जी की 11वी पुण्यतिथि एवं पं० रामहर्ष मिश्र स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज महसी बहराइच के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर अखिल भारतीय कविसम्मेलन का आयोजन हुआ इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक श्री देवेश चन्द्र मिश्र मंजनू ने आये हुए सभी स्रोतागणों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय परिवार सदैव आप सभी का आभारी रहेगा की इस ठंड के मौसम में भी आप सभी ने अपना अमूल्य समय देकर कार्यक्रम को सफल बनाया इसके लिए आप सभी का आभार है ।आमंत्रित कवियों ने अपना काव्य पाठ किया
बरेली से पधारे डॉ रंजन विशद ने अपने गीत के माध्यम से माँ शारदे की प्रार्थना कर कार्यक्रम की शुरुआत की
कानपुर से पधारी शायर सबीना अदीब ने अपनी गीत से लोगो का मन मोह लिया -जो हैं सियासत में मुद्दतों से वह सबसे मिलते हैं सर झुका कर तेरा इतराना कह रहा है तेरी सियासत नई नई है।
बाराबंकी से आये राम किशोर तिवारी ने पढ़ा – कवि कोविद संत भय केतनो मूल को अतना व्रत धारी भवा जिनकी कुटिया पर राम दिए पहरा को अस अधिकारी भवा ओज के कवि रामेश्वर द्विवेदी प्रयलकर ने पढ़ा नेता,अभिनेता, जननेता सब देख लिया नेता श्री सुभाष सा रत्न हमें चाहिए।
कवि बिनोद राज योगी ने अपनी हास्य से लोगो को खूब हंसाया राम करन मिश्र सैलानी ने पढ़ा-देखिए प्रेम की ये पराकाष्ठा दर्द दिल को हुआ नैन रोने लगे बाराबंकी से आये विकास बौखल ने अपने व्यंग लोगो का मन मोहा
गोंडा से पधारे सतीश आर्य ने पढ़ा -कवित्री रंजन सिंह हया ने पढ़ा -चाहे जितना तू कर मनुहार मैं तेरे संग नही जाउंगी
मधुप श्रीवास्तव नरकंकाल ने अपने हास्य से लोगो को हँसने पे मजबूर किया ।
उपरोक्त गीत, हास्य, श्रृंगार, वीर रस की रचनाओं को सुनकर दर्शक बार-बार भाव विभोर होते रहे इस अवसर पर डॉ स्वामी भगवदाचार्य,राम छबीले शुक्ला, राम हर्ष यादव , अलगू प्रसाद चौहान, राम जी वाजपेई, अनिल यादव,डॉ राधेश्याम वर्मा, डॉ जितेंद्र त्रिपाठी ,डॉ अजय मिश्र,राजेंद्र मौर्य,बड़कऊ पुत्तीलाल बाजपाई, सुरेश अवस्थी ,कपिलदेव दीक्षित, बुध्दिसागर अवस्थी, मो० हासिम,सुशील गुप्ता
,पवन तिवारी ,सूर्यप्रकाश सिंह,रविन्द्र मिश्र,सज्जन मिश्रा,अशोक शुक्ल, लालू त्रिवेदी, जंगली उपाध्याय, राकेश मिश्र,मो० मोसिन,दिलीप यादव,मो० लाइक ,रविन्द्र सिंह, पुण्डरीक पांडेय अँजेनन बाजपेयी, रमेश तिवारी बौडी, इरफान अली, सीताराम निषाद,आदि हजारो की तादात में स्रोताजन पूरी रात कविसम्मेलन का आनन्द लेते रहे