रायपुर:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ से वापस रवाना होते ही नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है। शनिवार को तर्रेम में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए अपने साथियों को सलाम करते हुए उन्होंने अमित शाह पर भी निशाना साधा है। पर्चे में कहा गया है कि अमित शाह देश के गृह मंत्री होकर भी बदला लेने जैसी असंवैधानिक बात करते हैं, लेकिन वे किस-किस से बदला लेंगे।
शहीदों को श्रद्धांजलि देकर बोले अमित शाह, अब तेज होगी नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई
माकपा (माओवादी) के प्रवक्ता अभय द्वारा जारी किए गए पर्चे में कहा गया है कि सरकार और सुरक्षा बलों के अभियान के खिलाफ वे टैक्टिकल काउंटर ऑपेंसिव कैंपेन चला रहे हैं जिसमें अब तक 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी या तो घायल हुए हैं या मारे गए हैं। इसमें कहा गया है कि सरकार के दमन के खिलाफ उन्होंने 26 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया है, लेकिन सरकार कोरोना महामारी से जनता की बचाव करने के बजाय उन्हें नक्सलियों का डर दिखा रही है।
पर्चे में दावा किया गया है कि सरकार की कार्रवाइयों के खिलाफ इस तरह के मुठभेड़ आगे भी होते रहेंगे। नक्सलियों ने कहा है कि सरकार उन्हें आतंकवादी मानती है जबकि वे सरकारी तंत्र द्वारा जनता के संसाधनों की लूट के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। पर्चे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी चर्चा है। उनके बारे में कहा गया है कि मुख्यमंत्री शांति वार्ता से पहले हथियार और हिंसा छोड़ने की शर्त रख रहे हैं।
नक्सलियों ने कहा है कि वे पुलिस के साथ संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन जब वे सरकारी तंत्र का हथियार बनकर उन पर हमला करते हैं तो उन्हें जवाब देना पड़ता है। उन्होंने पुलिस को भी शोषित जनता का हिस्सा बताते हुए लोगों से अपील की है कि अपने बच्चों को पुलिस में भर्ती नहीं करें
इससे पहले सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पहुंचकर जवानों को श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री ने बीजापुर स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर जवानों का हौसला बढ़ाने की कोशिश की। अपने साथियों को खोने से गम डूबे जवानों के साथ शाह ने जवानों के साथ खाना भी खाया।