सिपाही की करतूत: ‘मेरे सामने कुर्सी पर बैठने की हिम्मत न करना…’, अनुसूचित जाति के शख्स को जमीन पर बैठाया
शाहजहांपुर : जिले में एक सिपाही पर अनुसूचित जाति के व्यक्ति ने अपमानित करने का आरोप लगाया है। उक्त व्यक्ति के खिलाफ किसी ने शिकायत की थी। इस पर वह अपना पक्ष रखने चौकी पहुंचा। वहां वह कुर्सी पर बैठ गया। इस पर सिपाही ने उसे कुर्सी से नीचे उतार दिया।
शाहजहांपुर के पुवायां थाना क्षेत्र के गांव इटौली निवासी अनुसूचित जाति के व्यक्ति दीपू ने पुवायां की बड़ागांव पुलिस चौकी के एक सिपाही पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की है। उनका कहना है कि सिपाही ने उनको अपमानित करते हुए कुर्सी से उतारकर जमीन पर बैठने पर मजबूर किया। दूसरी ओर सिपाही ने इन आरोपों को निराधार बताया।
मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में दीपू ने बताया कि वह अनुसूचित जाति का है। उसके खिलाफ किसी ने प्रार्थनापत्र दे दिया था। इस पर वह अपना पक्ष रखने के लिए आठ नवंबर को बड़ागांव पुलिस चौकी पर गए थे। चौकी पर सिपाही सोमकुमार यादव ने उनको कुर्सी से उतार दिया और कहा कि कुर्सी उसके लिए नहीं डाली गई है। सिपाही ने कहा कि उसके सामने कभी कुर्सी पर बैठने की हिम्मत न करना। सिपाही ने उनकी बात भी नहीं सुनी और गालीगलौज कर भाग जाने को कह दिया।
सिपाही पर कार्रवाई की मांग
दीपू के अनुसार अनुसूचित जाति का होने के कारण सिपाही ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया है। इससे वह काफी अपमानित महसूस कर रहे हैं। दीपू ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराने और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दीपू का कुर्सी के पास नीचे बैठे हुए और पास में सिपाही का कुर्सी पर बैठे हुए किसी ने फोटो भी खींचा है।
वहीं, सिपाही सोमकुमार यादव ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि दीपू के खिलाफ एक प्रार्थना पत्र आया था। इस संबंध में बुलाया गया था। दीपू नशे में थे और कुछ बता नहीं पा रहे थे। खुद ही नीचे बैठ गए थे। कोई अभद्रता नहीं की है।
सीओ पुवायां निष्ठा उपाध्याय ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी। जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।