एनएसडीसी ने आईएसओ/आईईसी 27001:2022 सर्टिफिकेशन हासिल किया
पुणे : कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) को आईएसओ/आईईसी 27001:2022 सर्टिफिकेशन की अपनी उपलब्धि की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। यह सर्टिफिकेशन इन्फार्मेशन सिक्योरिटी और एक्सीलेन्स के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करने वाला एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपलब्धि आवश्यक इन्फार्मेशन सिक्योरिटी उपायों, इन्फार्मेशन की सुरक्षा में गुणवत्ता मानकों की गारंटी के प्रति एनएसडीसी के समर्पण का उदाहरण है।
आईएसओ/आईईसी 27001:2022 इन्फार्मेशन सिक्योरिटी मैनेजमैन्ट सिस्टम (आईएसएमएस) के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है, जो संवेदनशील डेटा की सुरक्षा के लिए कड़े सिक्योरिटी प्रोटोकॉल लागू करने की संगठनों की क्षमता को वैलिडेट करता है। इस सर्टिफिकेशन को प्राप्त करना इन्फार्मेशन सिक्योरिटी के उच्चतम मानकों को बनाए रखने, स्टेकहोल्डर्स और पार्टनर्स के बीच विश्वास को बढ़ावा देने के लिए एनएसडीसी के समर्पण को दर्शाता है।
दिसंबर 2022 में, एनएसडीसी ने आईएसओ/आईईसी 27001:2022 में उल्लिखित कड़े मानकों के अनुसार अपनी इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी मैनेजमैन्ट सिस्टम (आईएसएमएस) का गहन मूल्यांकन करके सर्टिफिकेशन की दिशा में अपनी यात्रा शुरू की थी। असेसमेन्ट के प्रमुख फोकस एरिया में एनएसडीसी की इन्फार्मेशन सिक्योरिटी, वल्नरबिलिटी, पोटेन्शियल इम्पैक्ट के साथ-साथ इन पहचाने गए जोखिमों को प्रभावी ढंग से कम करने या प्रबंधित करने के लिए रिस्क ट्रीटमेन्ट प्लान को विकसित करने और निष्पादित करने के रिस्क की पहचान करना और उनका असेसमेन्ट करना शामिल है।
इस उपलब्धि पर एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “एनएसडीसी में, हम कौशल प्रदान करने से कहीं आगे बढ़ रहे हैं, हमारा मिशन फ्यूचर करियर की मांगों को पूरा करने में सक्षम वेल-राउंडेड प्रोफेशनल को तैयार करना है। और इस मिशन के केंद्र में व्यक्तियों के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कड़े सुरक्षा उपायों को बनाए रखने की स्थिर प्रतिबद्धता है। इसके साथ, आईएसओ/आईईएस 27001:2022 सर्टिफिकेशन न केवल हमारे अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है बल्कि उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए हमारे समर्पण को भी दर्शाता है। यह सर्टिफिकेशन संवेदनशील जानकारी की सेफ्टी और इंटीग्रिटी सुनिश्चित करने के हमारे अथक प्रयासों का प्रमाण है। इस सर्टिफिकेशन की प्राप्ति कौशल विकास के क्षेत्र में अग्रणी के रूप में एनएसडीसी की स्थिति बयान करती है और सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए एक सिक्योर एनवायरनमेंट को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह पूरी एनएसडीसी टीम के 15 महीने के निरंतर समर्पण और सामूहिक प्रयास की परिणति का प्रतीक है।”
अपनी यात्रा में आगे बढ़ते हुए, एनएसडीसी आईएसओ/आईईसी 27001:2022 मानक के साथ निरंतर अलाइनमेन्ट सुनिश्चित करते हुए वार्षिक सर्वेलान्स ऑडिट लागू करेगा। यह मानक आज के डिजिटल लैन्डस्केप में इन्फार्मेशन सिक्योरिटी और डेटा प्राइवेसी को प्राथमिकता देने के सर्वोपरि महत्व को रेखांकित करते हुए एक अनुकरणीय इन्डस्ट्री की मिसाल कायम करता है। चूंकि एनएसडीसी भविष्य के कार्यबल के लिए आवश्यक कौशल के साथ व्यक्तियों को सशक्त बनाना जारी रखे है, यह सर्टिफिकेशन एक्सीलेन्स, इन्टीग्रिटी और सिक्योरिटी के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में कार्य करता है।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के बारे में
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) देश में स्किल इकोसिस्टम का प्रमुख आर्किटेक्ट है। यह भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत काम करने वाली एक यूनिक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) एंटरप्राइज़ है। एनएसडीसी की स्थापना प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी के लिए स्किल इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करने, भारत के युवाओं को सशक्त बनाने और कुशल व्यावसायिक प्रशिक्षण पहल बनाने के लिए स्किल इंडिया मिशन के स्ट्रैटेजिक इम्प्लिमेंटेशन एवं नॉलेज पार्टनर बनने के उद्देश्य से की गई थी। एनएसडीसी उन उद्यमों, स्टार्ट-अप, कंपनियों और संगठनों को सहायता प्रदान करता है जो संभावित कार्यबल को भविष्य के कौशल में अवसरों की दुनिया की पेशकश करके प्रभाव पैदा कर रहे हैं। एनएसडीसी पात्र संस्थाओं को वित्तीय सहायता, उम्मीदवारों को रियायती ऋण के साथ-साथ अन्य नवीन वित्तीय उत्पादों की पेशकश करके और रणनीतिक साझेदारी बनाकर कौशल में प्राइवेट सेक्टर की पहल को बढ़ाने, समर्थन करने और समन्वय करने के लिए उपयुक्त मॉडल विकसित करता है।