सार
भारत
पीएम मोदी ने भी सम्मेलन में ईयू के सभी 27 देशों से डब्ल्यूटीओ बैठक में ट्रिप्स छूट पर अपना साथ देने की अपील की ताकि हर किसी को सस्ते कोरोना टीके और कम खर्च में इलाज मुहैया कराया जा सके।
विस्तार
भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोरोना टीकों की कमी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस का साथ मिला है। शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पीएम मोदी से कहा कि टीका आपूर्ति के बारे में भारत को किसी से भी भाषण सुनने की जरूरत नहीं है। यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों के नेताओं के के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में शामिल पीएम मोदी से मैक्रों ने कहा, भारत ने बहुत सारे देशों को टीके की मदद के रूप में ढेर सारी ‘मानवता’ का निर्यात किया है।
पीएम मोदी ने भी सम्मेलन में ईयू के सभी 27 देशों से डब्ल्यूटीओ बैठक में ट्रिप्स छूट पर अपना साथ देने की अपील की ताकि हर किसी को सस्ते कोरोना टीके और कम खर्च में इलाज मुहैया कराया जा सके। इस दौरान भारत-ईयू ने एक संतुलित, महत्वाकांक्षी व व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर 8 साल बाद दोबारा बात शुरू करने का निर्णय लिया। साथ ही आपस में व्यापक संपर्क साझेदारी की शुरुआत की गई। इसके अलावा स्वतंत्र निवेश संरक्षण समझौते को लेकर भी बातचीत का आगाज किया गया।विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की ईयू देशों के सभी 27 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठक बेहद सफल रही। बैठक में दोनों पक्षों के बीच की बातचीत व्यापार, निवेश और संपर्क के क्षेत्रों में सभी तरह के सहयोग को और ज्यादा बढ़ाने पर केंद्रित रही। दोनों पक्षों ने एक सतत व व्यापक संपर्क साझेदारी की शुरुआत भी की और सम्मेलन को संबंधों में नया मोड़ लाने वाला करार दिया।
सभी देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी और स्वास्थ्य सहयोग को लेकर भी अपनी बात रखी। इस दौरान भारत को कोरोना से जंग में ईयू का साथ मिला। सभी देशों ने पिछले साल कोरोना से लड़ने में मिली भारत की मदद को याद किया और कहा कि भारत की हरसंभव मदद की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने की।
पुर्तगाल ही फिलहाल ईयू परिषद का अध्यक्ष है। ईयू परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने बैठक के बाद ट्वीट में कहा, हमने ईयू नेताओं की पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में भारत-ईयू रणनीतिक साझेदारी का नया अध्याय खोला है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, शिखर सम्मेलन के बाद दोनों पक्षों ने साझा बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि आज की बैठक में साझे हितों, लोकतंत्र, स्वतंत्रता, कानून के शासन एवं मानवाधिकारों का सम्मान जैसे मूल्यों एवं सिद्धांतों को रेखांकित किया गया, जो हमारी रणनीतिक साझेदारी का मूल है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी को इस बैठक के लिए पुर्तगाल जाना था, लेकिन कोरोना वायरस संकट को ध्यान में रखते हुए यात्रा को टाल दिया गया। इसके बाद दोनों पक्षों ने वर्चुअल बातचीत पर सहमति जताई थी।