विशाल समाचार टीम दिल्ली
नई दिल्ली. कोरोना के इस संकट काल (Corona Pandemic) में आम आदमी के आर्थिक स्थिति पर सीधे तौर पर असर पड़ा है. ऐसे में पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं (Pregnant women) के कल्याण के लिए जनवरी 2017 में शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana- PMMVY ) उनके लिए वरदान साबित हो रही है. अब तक लाखों-करोड़ों महिलाओं के इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराया है और फायदा उठा रही हैं. केन्द्र सरकार (Central government) गर्भवती महिलाओं के खाते में 5000 हजार रुपये दे रही है. अगर आपको भी इसका लाभ लेना है तो आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
देशभर में महिलाओं और नवजात बच्चों के भविष्य को लेकर केंद्र सरकार कई अहम कदम उठा रही है. गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के विकास को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार ने PMMVY योजना बनाई है. इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं को 5000 रुपये की आर्थिक मदद की जाती है. 5000 रुपये तीन अलग-अलग किश्तों में दी जाती है. बता दें कि 19 साल से पहले गर्भवती हुई महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा.
जानें कब-कब मिलता है पैसा?
Pradhan Mantri Matru Vandana योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रूपये गर्भवती के खाते में दिए जाते हैं. इसकी पहली किश्त 1000 रूपये की गर्भधारण के 150 दिनों के अंदर गर्भवती महिला का पंजीकरण होने पर दिया जाता है, जबकि दूसरी किश्त 2000 रूपये 180 दिनों के अंदर और कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच हो जाने पर दिए जाते हैं. तीसरी किश्त 2000 रूपये की प्रसव के बाद और शिशु के प्रथम टीकाकरण का चक्र पूर्ण होने पर मिलते हैं.
इन महिलाओं को मिलता है इसका लाभ?
इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जो दैनिक वेतनमान पर काम कर रही हैं या फिर जिनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान मजदूरी में हुए नुकसान को कुछ कम करना है. इस आर्थिक मदद के मिलने से गर्भवती महिलाओं को आराम करने का समय मिल जाता है. इस योजना का लाभ उन महिलाओं को नहीं मिलता, जो किसी भी केंद्रीय या फिर राज्य सरकार के उपक्रम से जुड़ी हुई हैं.