केईएम हॉस्पिटल पुणे द्वारा डेव्हलपमेंटल असेसमेंट स्केल्स फॉर इंडियन इनफंट्स कार्यशाला संपन्न
पुणे: केईएम हॉस्पिटल पुणे द्वारा हालही में बेली स्केल का भारतीय रूपांतर डेव्हलपमेंटल असेसमेंट स्केल्स फॉर इंडियन इनफंट्स (डीएएसआयआय) इस विषयपर छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था. बौद्धिक, मानसिक विकास का मूल्यांकन करने के लिए यह उचित मूल्यांकन पद्धति है,जो जन्म से लेकर 30 माह के कालावधि में जाती है. यह मूल्यांकन पद्धति उन बच्चों के लिए उपयुक्त है जिनका मानसिक-शारीरिक विकास अपेक्षा के अनुरूप नहीं होता.
यह बुद्ध्यांक मूल्यांकन पद्धती 1 महिना से 30 महिने के वयोगट के बच्चों के विकासात्मक वृद्धि के बारें में जानकारी देती है. इसके साथ मानसिक व शारीरिक विकास के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन करने में भी मदद मिलती है. इससे विकास संबंधी समस्याओं का शीघ्र निदान किया जा सकता है और प्रारंभिक उपचार शुरू करने से विशेष रूप से बाल अतिदक्षता विभाग से घर जा चुके और उच्च जोखिम वाले नवजात शिशुओं की जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है.
इस कार्यशाला में संपूर्ण भारतभर के नवजात शिशु तज्ज्ञ,बालरोगतज्ञ, मानसशास्त्रज्ञ सहभागी हुए थे.
इस कार्यशाला में नवजात शिशु तज्ज्ञ,अनुवांशिक तज्ञ, ईएनटी तज्ञ और पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सर्जन जैसे विभिन्न विशेषज्ञों के व्याख्यान और प्रात्यक्षिक शामिल थे. मानसशास्त्रज्ञ, ऑक्युपेशनल थेरपिस्ट और स्पीच थेरपिस्ट उन्होंने इस परीक्षण का प्रात्यक्षिक के माध्यम से मार्गदर्शन किया.
केईएम हॉस्पिटल पुणे की वरिष्ठ बालरोग तज्ञ डॉ.सुधा चौधरी ने कहा की,केईएम हॉस्पिटल पुणे पिछले 13 वर्षों से इस कार्यशाला को आयोजित करने वाला भारत का एकमात्र केंद्र है.
यह कार्यशाला सहभागियों को उनके संबंधित केंद्रों में बच्चों की विकास संबंधी समस्याओं के शीघ्र निदान और शीघ्र उपचार में सहायता करेगी.