धर्म स्थापन के लिए भूतल पर आतें भगवान : अनूप महाराज
विशाल समाचार नेटवर्क न्यूज
जिला फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ के तिर्वा कोठी विश्रात आश्रम शिव मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर जी महाराज ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए प्रभु श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। व्यास ने कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने से जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही जन्म जन्मांतर के पापों का अंत भी होता है। कलियुग में भागवत कथा भव पार का सबसे सुगम साधन हैं!
इसी के साथ व्यास अनूप ठाकुर जी ने श्रीकृष्ण जन्म की कथा का विस्तार से वर्णन किया। कथा के दौरान पूरा पंडाल ब्रज में हो रही जय जयकार और नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की…जैसे भजनो से पूरा पंडाल गूंज उठा। भागवताचार्य ने कहा कि जब-जब धर्म की हानि होती है, इस पृथ्वी पर तब-तब भगवान अधर्म का नाश करने और धर्म की पताका फहराने ऋषि मुनियों के लिए स्वयं आते है। कंस के अत्याचार और संतों के कष्टो को दूर करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने कंस के कारागृह में अवतार लिया। जन्म के समय माया से सभी पहरेदार सो जाते हैं एवं कारागृह का ताला खुल जाता है। वसुदेव यमुना पार करके कृष्ण को गोकुल में पहुंचा आते हैं। वहां से योगमाया रूपी कन्या लेकर आते हैं। उसने कंस को याद दिलाया कि अब उसका अंत निश्चित है। यहां गोकुल में जैसे ही नंद बाबा यशोदा ने भगवान को देखा तो सब कुछ बलिहार कर दिया और फिर बड़ी खुशी से जन्मोत्सव मनाया! इस मौके पर परिक्षित रामवीर सिंह सपत्नीक रक्षपाल सिंह, उदयवीर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, ओमवीर सिंह, घनश्याम सिंह, संजय राठौर अमर चैतन्य बाबा जी, प्रवीण दास बाबा जी, प्रदीप चौधरी समेत आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें!