अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भारत के फ्लैगशिप स्किलिंग प्लेटफॉर्म को एक्सप्लोर करेंगे
पुणे: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ), विश्व बैंक और यूनेस्को के सहयोग से 4 जुलाई को फ्यूचर ऑफ वर्क के लिए वर्कफोर्स तैयार करने हेतु स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) पर एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है। एमएसडीई के माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयन्त चौधरी वेबिनार को संबोधित करेंगे, जिसमें लगभग 120 देश भाग ले रहे हैं और लगभग 3,000 लोग पहले ही पंजीकरण करा चुके हैं।
यह वेबिनार – एआई संचालित स्किल इंडिया डिजिटल हब – फ्यूचर ऑफ वर्क के लिए कौशल और लाइफलॉन्ग लर्निंग के इकोसिस्टम को मजबूत करने में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, कार्य-आधारित शिक्षण मॉडल और इंडस्ट्री-एकेडेमिया सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित करेगा।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी और एनएसडीसी के सीईओ एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी स्केलेबल और सस्टेनेबल स्किल इनहांसमेंट मॉडल बनाने में डिजिटल प्लेटफॉर्म के प्रभाव पर चर्चा करेंगे। पैनल चर्चा में गवर्नमेंट ऑफ सियरे लियोन के टेक्निकल एंड हायर एजुकेशन मिनिस्टर डॉ. हाजा रामातुलई वुरी, अमेरिका सरकार के लेबर एंड सोशल अफेयर मामलों के डिप्टी मिनिस्टर श्री रूबेन सार्गस्यान, यूनेस्को के पॉलिसी एंड लाइफलॉन्ग लर्निंग सिस्टम के डायरेक्टर श्री बोरहेन चाकरून, दक्षिण एशिया के लिए आईएलओ डिसेंट वर्क टीम और भारत के लिए कंट्री ऑफिस के ऑफिसर इन-चार्ज श्री रवि पीरिस और नैसकॉम की अध्यक्ष सुश्री देबजानी घोष शामिल थी।
यह वेबिनार कौशल में टेक्नोलॉजी के इनोवेटिव उपयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा, टेक्निकल एंड वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (टीवीईटी) का लाभ उठाकर शिक्षार्थियों की सहभागिता बढ़ाएगा और कौशल विकास प्रयासों को संरेखित करेगा ताकि कौशल अंतर को पाटा जा सके जिससे बड़े पैमाने पर समाज को लाभ मिले। आज, यह ऑर्गनाइजेशन प्रतिभाओं को नियुक्त करते समय बहुआयामी और इनोवेटिव अप्रोच अपनाने के लिए उत्सुक हैं। इनोवेटिव डिजिटल सॉल्यूशन को बढ़ावा देकर, यह वेबिनार युवाओं को स्किल सेन्टर में नेविगेट करने में सक्षम बनाता है और रोजगार और इंडस्ट्री-रेडी स्किलिंग कोर्सेज़ के लिए रास्ते खोलता है जो स्थानीय सेटिंग्स में गतिशील और प्रासंगिक हैं।
इसके अलावा, सिद्ध को 10 सेकंड में रजिस्ट्रेशन, डिजिटल रूप से सत्यापित क्रेडेंशियल और एआई-संचालित जॉब एक्सचेंज जैसी सुविधाओं के साथ कौशल प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्लेटफ़ॉर्म वेरिफिकेशन के लिए कई इंडियन सॉवरेन डेटाबेस को एकीकृत करता है, प्रशिक्षण कार्यक्रमों का एक व्यापक दृश्य प्रदान करता है और मशीन लर्निंग का उपयोग करके रिकमेंडेशन को इंटीग्रेट करता है। यह पारंपरिक ई-लर्निंग की सीमाओं को पार करता है और समग्र शिक्षा और फ्यूचर रेडी वर्कफोर्स के लिए समर्पित एक मूवमेंट को आगे बढ़ाता है।
इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को श्रम शक्ति के स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग को बढ़ाने के लिए डिजिटल क्रांति का लाभ उठाने में इनवैल्यूएबल इनसाइट्स प्राप्त होंगे। कौशल और लाइफलॉन्ग लर्निंग सिस्टम में सुधार करने में रुचि रखने वाले उम्मीदवार रोजगार, विकास और उद्यमिता के लिए रोडमैप बनाने के लिए मास्टरक्लास पर रजिस्टर कर सकते हैं।
डिजिटल स्किलिंग को बढ़ावा देना, गिग वर्कर्स के लिए सामाजिक सुरक्षा नीतियां बनाना और सस्टेनेबल एंटरप्राइज का विकास इस वेबिनार की आधारशिला होगी। एआई-संचालित स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) उद्योग की जरूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील होने और उभरती टेक्नोलॉजीज़ के साथ अधिक निकटता से जुड़ने की आवश्यकता के अनुरूप फ्यूचर-रेडी वर्कफोर्स के निर्माण के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।