पहली बार आरटीओ के कर्मचारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने एवं डॉक्टर मोहन यादव व राजेंद्र शुक्ल के नाम पर लूट का खुलासा होने से बौखला कर गलत बयान बाजी कर रहा तानाशाह रवि मिश्रा
हनुमान रीवा: पहली बार आरटीओ के कर्मचारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने एवं डॉक्टर मोहन यादव व राजेंद्र शुक्ल के नाम पर लूट का खुलासा होने से बौखला कर गलत बयान बाजी कर रहा तानाशाह रवि मिश्रा। सम्पति दासगुप्ता द्वारा हनुमना हनुमना आरटीओ चेक पोस्ट समाप्त होते ही चेक पॉइंट प्रभारी बनाए गए अपनी तानाशाही एवं गुंडागर्दी के लिए कुख्यात हनुमना चेकप्वाइंट प्रभारी रवि मिश्रा के गुर्गे सिपाही रविंद्र चतुर्वेदी एवं अन्य डंडा चला कर मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं राजेंद्र शुक्ला के नाम पर अवैध वसूली कर रहे कर्मचारियों के विरुद्ध बहुत दिनों बाद एफ आई आर दर्ज होने मात्र से वह बौखला गया है और -आधारहीन बयान दे रहा है। जबकि उसके बयान से ही सिद्ध है कि वह पहले अपने प्राइवेट गुंडे व दलालों के बल पर सरेआम अपेक्षित एंट्री वसूली करता था जिसमें उसे सत्ताधारी दल के लोगों का भी संरक्षण प्राप्त था यही कारण था कि सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों की गाड़ियों का ना तो चालान होता था ना ही उनसे अवैध एंट्री ली जाती थी उल्टे उन्हें अपने ढंग से मैनेज करता था शेष देश भर से आने वाले ट्रक चालकों मालिकों के साथ इस कदर सरेआम लाठी डंडे से मारपीट व गुंडागर्दी के बल पर अवैध एंट्री वसूली करता था जहां संविधान भी शर्मसार हो जाता था जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण 21 जून को जबलपुर के वाहन मालिक इन्वित सिंह की 3 दिन से खड़ी गाड़ी का ₹50000 अवैध एंट्री न दिए जाने एवं कारण पूछने पर उसकी पगड़ी उतार कर बाल पकड़ कर घसीट घसीट कर मारते हुए समूचे सिख संप्रदाय की मानहानि की गई वही सिख संप्रदाय को केस, कड़ा, कटार,कंघी व पगड़ी धारण करने की संविधान मे प्रदत्त अधिकारों की भी सरेआम धज्जियां उड़ाई गई इतना ही नहीं 18 फरवरी को एक ही मोटर मालिक की दो मोटर वाहनों के एक साथ मैकेनिक द्वारा मरम्मत किए जाने के बाद नंबर पर प्लेट महज एक दूसरे में चेंज हो जाने से दो-दो लाख रुपए मांगते हुए तीन दिन तक जहां ट्रकों को रोका ही नहीं गया वरन चालकों के यह कहने पर की उन्हें कोर्ट में पेश कर दिया जाए एक न सुनी गई उल्टे लात घुसे लाठी डंडे से बेदम पिटाई की गई जिसकी रिपोर्ट भी पुलिस ने दर्ज नहीं की इतना ही नहीं मिर्जापुर जिले के दरामलगंज निवासी पप्पू गुप्ता एवं उसके चालक राज नारायण यादव के साथ भी मारपीट की गई जिसकी भी रिपोर्ट महज 155 में ही दर्ज की गई वहीं इन्वित सिंह की भी रिपोर्ट 155 में ही दर्ज की गई थी, आज तक 154 में इनके विरुद्ध कितना भी बड़ा कांड हो जाए कोई दर्ज करने वाला नहीं था। इधर 15 जुलाई 2024 को शिव शंकर मिश्रा के चालक के साथ किस प्रकार मारपीट की गई उसके गाड़ी के कांच को तोड़े जाने के बाद तीसरे दिन दिए गए धरने को लेकर जो बयान बाजी कर रहा है रवि मिश्रा उसकी असलियत यह है कि वह स्वयं सिद्ध कर रहा है कि सत्ता दल के लोग लाभ लेते थे अभी तक और 500 दलाल दबाव बनाकर आर्थिक लाभ लिया करते थे । जिन्हें रवि मिश्रा दलाल और सत्ताधारी दल के लोग बोल रहे है उन्हीं लोगों के बल पर अभी तक रवि मिश्रा स्वयं गुंडागर्दी करते हुए सरेआम लूट करता था । चेक पॉइंट समाप्त होते ही वही सत्ताधारी के दल के लोग जिनकी गाड़ियां थी जिन्हें स्वयं 18 जुलाई 2024 को थाने में धरना देने का हवाला देते हुए रवि मिश्रा बोल रहा है कि उनके पास गाड़ियां ही नहीं है सभी सत्ता दल के लोग उन्हें मिलने वाला आर्थिक लाभ अब नहीं मिलने से धरना दे रहे हैं जिससे यह तो सिद्ध हो गया कि स्वयं यह आर्थिक लाभ ऐसे लोगों को पहुंचा कर अपनी गुंडागर्दी व लूट की दुकान चलाता था। वही यह भी किसी से छिपा नहीं है कि उस धरने में शामिल भाजपा मंडल महामंत्री अमरेंद्र बहादुर सिंह की छ(6) गाड़ियां चलती है मंडल उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा उर्फ रज्जू की 2 गाड़ी चलती है धरने में शामिल प्रशांत शुक्ला उर्फ बिट्टू जनपद सदस्य की 1 गाड़ी चलती है अमित सिंह लोढी की चार गाड़ियां नरेंद्र तिवारी की एक गाड़ी मनोज सिंह बन्ना की चार गाड़ी शिव शंकर उर्फ़ सिब्लू की पांच गाड़ियां जिनके चालक के साथ मारपीट की गई तथा धरने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई वहीं सुमित गुप्ता की दो गाड़ियां तथा जितेंद्र गुप्ता प्रतापगंज की पांच गाड़ियां चलती है यह सभी धरने में शामिल थे जो सिद्ध करता है कि रवि मिश्रा एफ आई आर दर्ज होने एवं डॉ मोहन यादव तथा जिले के कद्दावर नेता उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के नाम पर वसूली करने का खुलासा होने से बौखला गया है सोच रहा है कहीं बर्खास्त ना हो जाऊं इसलिए इस प्रकार की बयान बाजी कर रहा है लोगों ने मांग की है कि तत्काल ऐसे भ्रष्ट तानाशाह रवि मिश्रा को तत्काल बर्खास्त किया जाए