पूणे

लोकतंत्र मजबूती के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की सेवा महत्वपूर्ण डॉ. जयप्रकाश नारायण की राय : एमआईटी डब्ल्यूपीयू में यूपीएससी में उपलब्धि हासिल करने वाले वालों का १४वां राष्ट्रीय स्तर का अभिनंदन

लोकतंत्र मजबूती के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की सेवा महत्वपूर्ण

डॉ. जयप्रकाश नारायण की राय : एमआईटी डब्ल्यूपीयू में यूपीएससी में उपलब्धि हासिल करने वाले वालों का १४वां राष्ट्रीय स्तर का अभिनंदन

 

पुणे, : लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की सेवा महत्वपूर्ण है. राष्ट्रीय प्रगति के लिए मानव सेवा एक महत्वपूर्ण कारक है. ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए प्रशासनिक सेवा में बहुत कुछ किया जाना है. इसी तरह,नई पीढ़ी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी होनी चाहिए. यह राय लोकसत्ता पार्टी के अध्यक्ष डॉ. जयप्रकाश नारायण ने रखी.

एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी और एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट पुणे द्वार डब्ल्यूपीयू के संत ज्ञानेश्वर सभागार में आयोजित केंद्रीय लोक सेवा आयोग यूपीएससी प्रतियोगी परीक्षा २०२३ में उपलब्धि हासिल करनेवालों का १४ वें राष्ट्रीय स्तर के सम्मान समारोह के अवसर पर वे बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.

यहां पर केंद्रीय लोक सेवा आयोग यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष डी.पी. अग्रवाल सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने निभाई.

इस अवसर पर एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड, कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस, डाॅ. के. गिरीसन और प्रो. परिमल माया सुधाकर उपस्थित थे.

इस समारोह में देश से दूसरे स्थान पर रहे अनिमेष प्रधान को ७५ हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया गया. इसके साथ ही १६० उपलब्धि हासिल करनेवालों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उन्हें शाल और सम्मानपत्र देकर सम्मानित किया गया.

डॉ. जयप्रकाश नारायण ने कहा, लोक सेवा एक विशिष्ट सेवा है यह समाज और देश विकास के लिए होनी चाहिए. प्रशासनिक सेवा में काम करते समय कड़ी मेहनत पर विश्वास रखें. सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करना जरूरी है. सार्वजनिक सेवा के लिए अधिक समय निकाले. हम जिस तरह अपना व्यवसाय करेंगे उसका प्रतिफल हमें समाज देंगा. आइए मानवता को प्राथमिकता देते हुए उनके कल्याण के लिए काम करें.

डॉ.डी.पी. अग्रवाल ने कहा, सिविल सेवाओं में जाने के अपने इरादे को कभी न भूलें. हर सेवा में बडी चुनौतियां होती है. हम लोगों के जीवन में बदलाव ला रहे है. इस क्षेत्र में बने रहें और चुनौतियों का सामना करें. समाज और देश के प्रगति के लिए सही लक्ष्य नीतियां बनाएं और लागू करें. ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करेंगे तो देश का विकास होगा.

डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, करियर और जीवन दर्शन अलग अलग है. हमें इसे संतुलित करके अपने जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए. जीवन में अनुशासन और चरित्र महत्वपूर्ण है. मानवता और सहिष्णुता के संदेश को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक कार्य करें. विश्व में शांति लाने के लिए दुनिया को रास्ता दिखाने का काम आपके कंधों पर है.

राहुल विश्वनाथ कराड ने कहा, समाज में जागरूकता पैदा करने का यह एक छोटा सा प्रयास है. शिक्षा प्रणाली समाज के परिवर्तन में सर्वोत्तम भूमिका निभा सकती है. डब्ल्यूपीयू में पारदर्शिता है और शिक्षा के साथ साथ समाज को भी महत्व दिया जाता है. यदि शिक्षित लोक देश की राजनीति में आएंगे तो लोकतंत्र मजबूत होगा, इसलिए वर्तमान समय में सभी को औपनिवेशिक मानसिकता को बदलने की जरूरत है.

अनिमेष प्रधान ने कहा, पहले तय करें कि हम क्या करना चाहते हैं. इसके लिए हमें विज्ञान और अध्यात्म का सूत्र लेकर अपनी सेवा देनी चाहिए. देश को आगे ले जाने में हमारी सेवा मूल्यवान है और इसके लिए कड़ी मेहनत की जरूरत हैं.

डॉ. आर.एम. चिटनीस ने स्वागत पर भाषण दिया. प्रो.डॉ. गौतम बापट ने संचालन किया. डॉ. के. गिरीसन ने आभार माना.

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