व्हाट्सएप भारत में एसएमबी और सामाजिक कल्याण संगठनों को बना रहा है सशक्त
व्हाट्सएप ने जारी की अपनी इम्पैक्ट रिपोर्ट
विशाल समाचार नेटवर्क नई दिल्ली: व्हाट्सएप ने आज अपनी इम्पैक्ट रिपोर्ट ‘फास्ट लेन टू सोशल इम्पैक्ट’ को जारी किया। यह रिपोर्ट भारतीय यूजर्स के जीवन में इस प्लेटफॉर्म की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है। यह रिपोर्ट बताती है कि व्हाट्सएप आज की डिजिटल अर्थव्यवस्था में छोटे व्यवसायों की वृद्धि के लिए सशक्त बना रहा है। इसके साथ ही यह एप समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सामाजिक कल्याण संगठनों को भी शक्ति देता है।
रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट, प्लेटफॉर्म की पेशकशों- व्हाट्सएप कंज्यूमर ऐप, व्हाट्सएप बिजनेस ऐप और व्हाट्सएप बिजनेस प्लेटफॉर्म [एपीआई] के प्रभाव के बारे में बताता है। रिपोर्ट यह बताता है कि कैसे इस प्लेटफॉर्म ने व्यवसायों और समुदायों को सशक्त बनाने के लिए व्यक्तियों के बीच आसान व बाधामुक्त संचार की सुविधा देते हुए लोगों के बातचीत करने और व्यवसाय संचालित करने के तरीके पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
रिपोर्ट के लॉन्च के बारे में मेटा इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट, पब्लिक पॉलिसी, शिवनाथ ठुकराल ने कहा, “व्हाट्सएप आजकल बहुत ही ज़रूरी टूल बन गया है। यह सिर्फ बातचीत के लिए ही नहीं, बल्कि कई तरह के कामों के लिए भी इस्तेमाल होता है। चाहे वो कोई व्यक्ति हो, कोई कंपनी हो या कोई समाज सेवा वाला संगठन, सभी व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। व्हाट्सएप से महिलाएं अपने छोटे-मोटे कारोबार बढ़ा रही हैं। बेरोजगार लोगों को नए काम सीखने में मदद मिल रही है। माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई पर नज़र रख पा रहे हैं। कई संगठन व्हाट्सएप का इस्तेमाल करके अच्छे काम कर रहे हैं। ये संगठन समाज में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। व्हाट्सएप की मदद से वे लोगों को जोड़ रहे हैं और उन्हें मदद दे रहे हैं। यह दिखाता है कि व्हाट्सएप भारत में बहुत बड़ा बदलाव ला रहा है। यह छोटे से बड़े सभी लोगों को आगे बढ़ने में मदद कर रहा है।”
भारत के एमएसएमई को सशक्त बनाना और उद्यमिता को बढ़ावा देना
व्हाट्सएप बिजनेस ऐप ने छोटे-छोटे दुकानदारों, छोटे कारोबार करने वालों और अकेले काम करने वाले लोगों के लिए बहुत काम किया है। इस ऐप की मदद से वे अपने कारोबार को एक पेशेवर रूप दे सकते हैं, जैसे बड़े कंपनियों की तरह। इससे उन्हें नए ग्राहक ढूंढने में आसानी होती है। अपने ग्राहकों से आसानी से जुड़ सकते हैं और उनकी सेवा कर सकते हैं। इस ऐप ने इन लोगों को अपने कारोबार को बढ़ाने और सफल बनाने में मदद की है।
व्हाट्सएप बिजनेस ने छोटे व्यवसायों को अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करने और आसानी से ऑनलाइन ऑर्डर प्राप्त कर उन्हें पूरा करने में मदद की है, जिससे उन्हें दक्षता बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच समेत अपनी उपस्थिति का विस्तार करने में मदद मिली है। बदले में, स्थानीय व्यवसायों और स्टार्टअप्स को डिजिटल उपकरणों तक पहुंच प्रदान करके उद्यमिता को बढ़ावा मिला है, जो उन्हें बड़े उद्यमों के बराबर खड़ा करता है।
इसके अलावा, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और मेटा के ‘व्हाट्सएप से व्यापार’ कार्यक्रम का लक्ष्य व्हाट्सएप बिजनेस ऐप पर 10 मिलियन स्थानीय व्यापारियों को डिजिटल रूप से प्रशिक्षित और कुशल बनाना है। यह साझेदारी सभी 29 भारतीय राज्यों में 11 भारतीय भाषाओं में लागू की जाएगी।
यह साझेदारी 25,000 व्यापारियों को मेटा स्मॉल बिजनेस अकादमी तक पहुंच प्रदान करती है, इस एकेडमी द्वारा प्रमाणन दिया जाता है जिससे डिजिटल मार्केटिंग कौशल में बढ़ोतरी होती है।
प्रभाव बढ़ाने के लिए सामाजिक कल्याण संगठनों को सशक्त बनाना
व्हाट्सएप ने भारत में कई सामाजिक कल्याण संगठनों को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, वित्तीय समावेशन और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में प्रभावशाली समाधान देने, सकारात्मक सामाजिक बदलाव लाने और जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में सक्षम बनाया है।
मान देसी फाउंडेशन अपने व्हाट्सएप चैटबॉट के माध्यम से वित्तीय साक्षरता और बाजारों में व्यावसायिक अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करते हुए 100,000 से अधिक ग्रामीण महिला उद्यमियों को सहयोग दे रहा है। अब तक, उन्होंने 15,000 से अधिक महिलाओं को डिजिटल रूप से प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 85% ग्रामीण लाभार्थी हैं।
अन्य यूज केस स्टडी के मामलों में एनजीओ द्वारा गरीबी को कम करने, व्यापक स्वास्थ्य देखभाल और शिशु देखभाल ज्ञान के साथ गर्भवती महिलाओं को सशक्त बनाने और बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए युवा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने जैसी पहल करने के लिए मंच का लाभ उठाना शामिल है।
कुशल ई-गवर्नेंस के लिए नागरिक सेवाओं का निर्माण
व्हाट्सएप ने कुशल और समावेशी नागरिक सेवाएं देने के लिए देश भर में सरकारी एजेंसियों की मदद की है। शिकायत समाधान से लेकर डिजिटल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने, साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने, स्थानीय उपयोगिता सेवाएं प्रदान करने, कुशल और स्थायी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं की पेशकश करने सहित कई अन्य अभिनव और प्रभावशाली यूज केसेस हैं।
मिसाल के तौर पर राष्ट्रीय उपभोक्ता
हेल्पलाइन (एनसीएच) परेशानी मुक्त अनुभव के