एफ०पी०ओ० के सदस्यों का प्रशिक्षण एवं उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति 2019 के प्रचार-प्रसार हेतु जनपद स्तरीय कृषि निर्यात कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 31 अगस्त 2004 को उप कृषि निदेशक इटावा के कार्यालय के साभागार कक्ष में आयोजित किया गया
विशाल समाचार संवाददाता इटावा: उप कृषि निदेशक ने बताया कि उत्तर प्रदेश श्री अन्न (मिलेट्स) पुनरोद्धार योजनान्तर्गत आयोजित एफ०पी०ओ० के सदस्यों का प्रशिक्षण एवं उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति 2019 के प्रचार-प्रसार हेतु जनपद स्तरीय कृषि निर्यात कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 31 अगस्त 2004 को उप कृषि निदेशक इटावा के कार्यालय के साभागार कक्ष में आयोजित किया गया। जिसमें निम्नलिखित अधिकारियों द्वारा एफ०पी०ओ० के सदस्यों / कृषकों को सम्बोधित किया गया। श्री धीरज कुमार, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर इटावा द्वारा बताया कि कृषि क्षेत्रों ने मशीनरी के रख-रखाव उसके प्रबन्ध के सम्बंध में, ट्रेक्टर की गति विभिन्न कार्यों में मानक के अनुरूप रखने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एफo पीo ओo सदस्यों / कृषकों को दी गयी।, श्रीमती सुनीता मिश्रा, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र इटावा ने उपस्थित एफ०पी०ओ० में महिलाओं की भागीदारी का महत्य एवं सहयोग के सम्बन्ध में बताया, मशरूम की खेत्ती शहद उत्पादन, कृषि उत्पाद से निर्मित विभिन्न प्रकार के वजन पैकिंग अचार मुरब्बा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।,डा० भूपेन्द्र सिंह चौहान, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र इटाया द्वारा एक०पी०ओ० के सदस्यो को मशीनरी के रख-रखाव प्रयोग एवं उसके महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।,दीपक राइस मिल जसवन्तनगर इटावा ने अपने अनुभव साक्षा करते हुए अन्य सदस्यों को बताया कि चावल का निर्यात 28103.30 कुन्टल, रू० एक अरब पैसठ करोड अस्सी लाख का निर्यात किया गया। जिसमे दिल्ली 03 पार्टी, गुजरात की 02 पार्टी एवं 01 पार्टी हरियाणा सम्मिलित है।,श्री आर०एन० सिंह, उप कृषि निदेशक इटावा द्वारा एफ०पी०ओ० के सदस्यों की समस्याओं का निराकरण किया एवं विकासखण्ड चकरनगर में सरसों तेल एवं अन्य विकास खण्डों में बासमती चावल के बारे में बहुत सम्भावनाये है। एफ०पी०ओ० बाजरा के व्यंजन, दलिया, दालों की पैकिंग आदि में बहुत कुछ किया जा सकता है। श्री अन्न के महत्व एवं उपयोगिता पोष्टिकता के बारे में विस्तार से बताया एवं बीज उत्पादन के बारे में जानकारी दी कैसे बीज को एफ०पी०ओ० द्वारा उत्पादित कर लाभ कमा सकते है। साथ ही जैविक खेती के लिए प्रेरित किया। एफ०पी०ओ० मशरूम की खेती, स्ट्राबेरी की खेती तथा काला चावाल, काला गेहूँ की खेती भी अत्यंत लाभ दायक है। वर्तमान में जनपद में बासमती धान की खेती 90 से 95 प्रतिशत हो रही है।, श्री प्रकाश नरायन त्रिपाठी, उप सचिव मानव कल्याण प्रतिष्ठान इटावा ने मृदा स्वास्थ्य मृदा परीक्षण भूमि शोधन बीज शोधन तकनीकी को अपनाकर फसल उत्पादन का कार्य के बारे में सदस्यों को बताया गया।,श्री सुशील कुमार एस०ए०एम०आई० इटावा द्वारा कृषि विपणन एवं व्यापार में मण्डी की भूमिका कार्य एवं क्रियान्वयन के विषय में विस्तार से बताया ।,श्री सतेन्द्र सिंह, से०नि० एस०एम०एस० इटावा द्वारा फसल उत्पादन तकनीक जिसमें रोग व्याधि, कीट एवं कीटनाशी फसल सुरक्षा अन्न भण्डारण के साथ-साथ श्री अन्न (मिलेट्स) के उत्पादन सम्बन्धी विषय के बारे में एफ०पी०ओ० के सदस्यों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण के उपरान्त सभी एफ०पी०ओ० सदस्यों को बीज विद्यायन संयन्त्र इटावा में ले जाकर बीज प्रसंस्करण सम्बन्धी जानकारी एवं मशीनों का अवलोकन कराते हुये श्री गजेन्द्र सिंह वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-बी एवं उप कृषि निदेशक द्वारा बीज तैयार करने की विधियों को विस्तार से बताया गया। अन्त में उप कृषि निदेशक इटावा द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद कर प्रशिक्षण का समापन किया गया। प्रशिक्षण को सफल बनाने में श्री अनुराग सिंह, प्रा०सहा० श्री विपिन कुमार, वo प्रा० सहा श्री धीरेन्द्र सिंह, व०प्रा०सहा० एवं श्री शुभम् श्री शैलेन्द्र कुमार सविदा कार्मिकों द्वारा सराहनीय योगदान किया गया।