वि.स.बाबू सिंह तोमर
महाराष्ट्र में 21 लोगों में कोविड का वैरिएंट डेल्टा प्लस मिला है। इनमें से एक मरीज की उम्र 70 साल की है। एक महिला दूध विक्रेता की पत्नी है, एक इलेक्ट्रिशन है जो एक बड़ी शादी समारोह में शामिल हुआ था। दो जूलर्स डेल्टा प्लस से प्रभावित हुए हैं जो सूरत गए थे और एक मरीज की उम्र 50 साल है, जो पेशे से टीचर हैं। हालांकि राहत की खबर यह है कि इनमें से दो मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
इनमें से कुछ कोरोना के मामलों का अप्रैल की शुरुआत में पता चला था, लेकिन उनके जीनोम सिक्वेंस के लिए भेजे गए थे, वे पिछले हफ्ते आए। जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद वास्तविक संक्रमण और विश्लेषण के बीच लंबे बदलाव पर फिर से चर्चा हुई।
दो मामले अप्रैल की शुरुआत में आए मुंबई में डेल्टा-प्लस के दो मामले जो मिले हैं वे 5 अप्रैल और 15 अप्रैल की शुरुआत में कोविड पॉजिटिव आए थे। इससे साफ है कि यह वैरिएंट शहर में दो महीने से ज्यादा समय से है। एक ठाणे निवासी है जिसका इलाज मुंबई में हुआ था, जबकि दूसरे 78 वर्षीय व्यक्ति हैं। मुंबई निवासी सहित डेल्टा-प्लस से प्रभावित अधिकांश लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ। ठीक हुए लोगों पर भी निगरानी
अधिकारियों ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक अच्छी तरह से ठीक हो गए हैं और उन्हें फिलहाल कोई शिकायत नहीं है। उनके परिवार के एक और सदस्य कोविड पॉजिटिव मिले थे, वह भी पूरी तरह से ठीक हैं। अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, ‘हम किसी भी घटनाक्रम के लिए उन पर नजर रखेंगे, लेकिन इसके अलावा और कुछ नहीं करना है क्योंकि उन्हें लगभग ढाई महीने पहले कोविड हुआ था।’
महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस के 21 मामले
डेल्टा-प्लस मामले महाराष्ट्र के छह जिलों में पाए गए, जिनमें सबसे अधिक रत्नागिरी (9) और जलगांव (7) में पाए गए। हालांकि अधिकांश में मई में कोविड था, कुछ जिलों में ऐसे मामलों के आवासों के पास नए सिरे से निगरानी शुरू कर दी गई है। उदाहरण के लिए, जलगांव में 12 और 13 जून को एक शिविर आयोजित किया गया। यहां पर 165 लोगों का आरटी-पीसीआर हुआ। दो व्यक्ति कोविड पॉजिटिव मिले लेकिन वे बिना लक्षणों वाले थे। सिंधुदुर्ग में एक डेल्टा-प्लस का मामला मिला है, जिसके बाद यहां आवासीय परिसर की छह बिल्डिंग में हर किसी की जांच हो रही है।
जलगांव में 1200 की आबादी के बीच 7 डेल्टा प्लस के मरीज
जलगांव में मिले सातों मरीज 1200 आबादी वाले गांव विछखेड़ा के रहने वाले हैं। ये लोग 5 मई को आरटी-पीसीआर शिविर में कोविड पॉजिटिव मिले थे। 60 साल के इलेक्ट्रिशन जो डेल्टा प्लस प्रभावित मिले हैं, वह चालीसगांव में एक शादी में शामिल हुए थे। एक दूध बेचने वाले की पत्नी भी संक्रमित मिली हैं लेकिन उनके पति नहीं। सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी एस पोटोडे ने कहा कि जो भी मरीज डेल्टा प्लस संक्रमित मिले हैं, वे सभी बिना लक्षणों वाले थे और उनमें कोई भी असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई।
जलगांव में रोज आ रहे लगभग 50 कोविड मरीज
जलगांव में हर रोज 40-50 कोविड के मामले सामने आ रहे हैं, इनमें से लगभग 10 केस ग्रामीण इलाकों के हैं। दूसरी लहर में, जलगांव इस मार्च में उछाल दर्ज करने वाला उत्तरी महाराष्ट्र का पहला जिला था। सिंधुदुर्ग में एक शिक्षक डेल्टा प्लस संक्रमित हैं। वह 22 मई को कोविड पॉजिटिव मिले थे, फिलहाल वह पूरी तरह से ठीक हैं। राज्य निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप अवाटे ने कहा कि वे इन मामलों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं, जिसमें लक्षण, बीमारी की गंभीरता और टीकाकरण की स्थिति शामिल है। आसपास के इलाकों में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों पर भी नजर रहेगी।
डेल्टा-प्लस (AY.1) अत्यधिक संक्रामक डेल्टा (B.1.617.2) से म्यूटेट हुआ है, जिसे पहली बार भारत में पाया गया था, और माना जाता है कि इसी वैरिएंट ने कोविड की दूसरी लहर को प्रसारित किया है।